East Singhbhum News : जनहित में बड़े निर्णय लेगी सरकार, विकास प्राथमिकता : रामदास

घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन के दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनने से मना जश्न

By Prabhat Khabar News Desk | December 5, 2024 11:24 PM

मो.परवेज, घाटशिला : 62 वर्षीय रामदास सोरेन सरल, सहज और सामाजिक व्यक्तित्व के धनी हैं. 1980 में झामुमो से राजनीति की शुरुआत की. अबतक 44 साल के राजनीतिक जीवन में ग्राम प्रधान से कैबिनेट मंत्री तक का सफर तय किया. मंत्री पद की शपथ लेने के बाद रामदास सोरेन ने कहा कि नयी सरकार जनहित में बेहतर काम करेगी. जमीन पर काम दिखने लगा है. आगे और बड़े निर्णय लिए जायेंगे. दोबारा कैबिनेट में जगह देने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरन का आभार व्यक्त करता हूं. जो जिम्मेवारी मिलेगी, ईमानदारी से जनहित और राज्य हित में काम करूंगा.

पिछले कार्यकाल में ढाई माह के लिए मंत्री बने थे

इसी साल 30 अगस्त, 2024 को पहली बार जल संसाधन व उच्च शिक्षा तकनीकी मंत्री बने थे. ढाई माह तक मंत्री रहे. 2024 में तीसरी बार घाटशिला से विधायक चुने गये. अब दोबारा कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. रामदास सोरेन ग्राम प्रधान के साथ झामुमो के प्रखंड सचिव, प्रखंड अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, विधायक से कैबिनेट मंत्री बने हैं. झारखंड आंदोलन के दौरान गुरुजी शिबू सोरेन, चंपाई सोरेन, सुनील महतो, सुधीर महतो, अर्जुन मुंडा के साथ संघर्ष किया. उनके नाम का बॉडी वारंट तक था.

विस क्षेत्र व पैतृक गांव में जश्न

रामदास को दोबारा कैबिनेट मंत्री बनने से घाटशिला विधान सभा क्षेत्र में खुशी का माहौल है. जनता ने जश्न मनाया. रामदास सोरेन के पैतृक गांव घाटशिला प्रखंड के दामपाड़ा क्षेत्र स्थित खरस्वती में जश्न मना और मिठाई बांटी गयी. गुरुवार दोपहर 1.10 बजे जैसे ही रामदास सोरेन को राज्यपाल ने कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलायी. घाटशिला विस के कार्यकर्ता और जनता खुशी से झूम उठे. लोगों ने मोबाइल पर शपथ ग्रहण समारोह का लाइव देखा. पैतृक गांव खरस्वती में उनकी भाभी दुली सोरेन कहा कि रामदास बाबू दोबारा मंत्री बने हैं, मेरा आशीर्वाद है. खूब आगे बढ़ें व झारखंड के गरीब गुरबा की सेवा करें.

2005 में झामुमो के बागी बनकर चुनाव लड़े थे

घाटशिला विधान सभा क्षेत्र रामदास सोरेन की राजनीतिक जमीन है. यहीं से उन्होंने असल राजनीति शुरू की. झामुमो के जिलाध्यक्ष रहते टिकट नहीं मिलने पर 2005 में बागी बने थे. पद व पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव मैदान में कूदे, लेकिन हार गये. इसके बाद 2009 में पार्टी ने टिकट दिया और पहली बार विधायक बने. फिर 2014 में भाजपा के लक्ष्मण टुडू से चुनाव हार गये थे. चुनाव हारने के बाद भी क्षेत्र में सक्रिय रहे. 2019 में फिर जीते. 2024 में भारी मतों से जीते.

कोल्हान झामुमो में रामदास सोरेन की पैठ

कोल्हान में झारखंड मुक्ति मोर्चा में रामदास सोरेन की गहरी पैठ रही है. हेमंत सोरेन सरकार ने चंपाई सोरेन के पार्टी छोड़ने के बाद रामदास सोरेन पर विश्वास जताया. 30 अगस्त 24 को चंपाई सोरेन के पार्टी छोड़ने पर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. जल संसाधन और उच्च शिक्षा तकनीकी मंत्रालय दिया गया था. अब फिर दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाये गये.

राजनीति की शुरुआत: 1980 में झामुमो से

इन पदों पर रहे : गुड़ाबांधा पंचायत अध्यक्ष रहे, बाद में सचिव रहे, जमशेदपुर प्रखंड कमेटी सचिव रहे, अनुमंडल कमेटी के सचिव रहे, एकत्रित सिंहभूम जिला में झामुमो के सचिव पद पर रहे, 90 के दशक में जिला का विभाजन हुआ तब पूर्वी सिंहभूम के सचिव बने. 10 साल से पार्टी के जिलाध्यक्ष: झामुमो के पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष पर 10 साल से हैं, पार्टी का जिलाध्यक्ष टर्म ढाई साल का होता है, चार बार अध्यक्ष बने.

घाटशिला विस के सैकड़ों कार्यकर्ता गये रांची, शाम में मना जश्न

घाटशिला विधानसभा के सैकड़ों झामुमो कार्यकर्ता गुरुवार सुबह शपथ ग्रहण में शामिल होने रांची गये. घाटशिला विस के झामुमो नेता जगदीश भकत, घाटशिला के प्रखंड अध्यक्ष वकील हेंब्रम, मुसाबनी के प्रधान सोरेन, धालभूमगढ़ के अर्जुन हांसदा, सुखलाल हांसदा, अंपा हेंब्रम, रतन महतो, कन्हाई मुर्मू, जुझार सोरेन, सोमाय सोरेन, गौरांग माहली, गणेश टुडू, मंटू महतो, अवनी महतो, बबलू हुसैन, दुर्लभ मान्ना, बादल किस्कू दुलाराम टुडू, जयपाल मुर्मू, काजल डान, भरत मुर्मू, नीलकांत महतो समेत अनेक कार्यकर्ता शामिल थे. सभी शपथ के बाद रामदास सोरेन से मिले और बधाई दी.

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