बहरागोड़ा. बहरागोड़ा प्रखंड के साकरा हरिजन टोला में लोग जर्जर आवास में रहने को विवश हैं. इस कड़ाके की ठंड से बचने के लिए घरों को तिरपाल से ढंक दिया गया है. यहां लगभग 80 परिवार हैं. वर्ष 1992-93 में कुछ परिवारों को इंदिरा आवास मिला था. उसके बाद छह परिवार को अबुआ आवास मिला है, जो अभी अधूरा है. ठंड के कारण जर्जर घरों में रहने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
छह अबुआ आवासों की अबतक ढलाई नहीं
टोला की महिलाओं ने बताया कि छह परिवार को अबुआ आवास मिला है. हालांकि, राशि के अभाव में अबतक ढलाई नहीं हो पायी है. कई ऐसे घर हैं, जहां लोगों ने तिरपाल से ढंक दिया है. लोगों ने मांग रखी है कि नये आवास का लाभ जल्द मिले, ताकि लोग व्यवस्थित ढंग से रह सकें.25 और अबुआ आवास को स्वीकृति मिली है : उप प्रमुख
इस संबंध में पंचायत समिति सदस्य सह उप प्रमुख मुन्ना होता ने कहा कि छह अबुआ आवास निर्माणाधीन हैं. नये स्तर पर 25 अबुआ आवास की स्वीकृति मिली है. जिसका जिओ टैग कराया गया है. टोला के लोगों के लिए सभी प्रकार की सुविधा दिलाने के लिए तत्पर हूं.कई परिवारों ने रोजगार के लिए पलायन किया
हरिजन टोला के कई परिवार रोजगार के लिए ओडिशा व पश्चिम बंगाल के ईंट भट्ठों में काम करने के लिए चले गये हैं. स्थानीय स्तर पर रोजगार नहीं मिलने के कारण लोग 9 माह तक अपने बच्चों के साथ पलायन कर जाते हैं. इसके कारण इनके बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं. इस टोला में एक भी बच्चे शिक्षित नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है