East singhbhum news : शिक्षक 20 दिन मेहनत करें, तो विद्यार्थियों का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है : डीइओ
मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में शत- प्रतिशत रिजल्ट को लेकर हाई स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक ने दिये कई दिशा-निर्देश
चाकुलिया. चाकुलिया स्थित डायट परिसर में बुधवार को घाटशिला अनुमंडल के हाई स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा अधीक्षक ने बैठक की. बैठक का उद्देश्य मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा में शत- प्रतिशत रिजल्ट हासिल करना था. पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी जिले का रिजल्ट बेहतर बनाये रखना हम सबों की जिम्मेदारी है. कहा कि शिक्षक सिर्फ 20 दिन मेहनत करें तो जिले के विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल हो सकता है. कहा गया कि बच्चे यदि फेल हुए तो जिस विषय में बच्चे फेल होंगे, उस विषय से संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
शिक्षक किसी भी क्लास को लेने से मना नहीं कर सकते
जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने प्रधानाचार्यों से कहा कि जिस विषय के शिक्षक नहीं हैं, उस विषय के क्लास में दूसरे शिक्षक को भी भेज कर पढ़ाई पूरी करायें. शिक्षक किसी भी क्लास को लेने से मना नहीं कर सकते. अगर कोई शिक्षक बात नहीं मानता हो, तो लिखित जानकारी दें. उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. कमजोर बच्चों पर विशेष फोकस करें. जो बच्चे बेहतर कर रहे हैं, उन पर और अधिक ध्यान दें.
अनावश्यक सीएल लिया तो होगी
कार्रवाई
जिला शिक्षा अधीक्षक सह डायट के प्राचार्य आशीष पांडे ने कहा कि बायोमीट्रिक अटेंडेंस पद्धति को अनिवार्य कर दिया गया है. मैट्रिक और इंटर की परीक्षा होने तक अनावश्यक रूप से शिक्षक यदि सीएल लेने का प्रयास करेंगे, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. कहा कि मार्च तक कोई समस्या नहीं सुनी जायेगी.
पुरानी किताबों से आते हैं सवाल, तो कम से कम ऑब्जेक्टिव करा दें
कई प्रधानाचार्यों ने डीइओ एवं डीएससी के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं. बताया कि बच्चों को पढ़ने के लिए एनसीइआरटी की किताब दी गयी है, जबकि प्रश्न पत्र में पुराने किताबों से सवाल आ जाते हैं. इस पर पदाधिकारी ने कहा कि इस मामले को वे अपने स्तर से देखेंगे. सलाह दी कि पुरानी किताबों से यदि दो-तीन चैप्टर के प्रश्न पत्रों को शामिल किया जा रहा है तो शिक्षक प्रयास करें पुराने किताब के उन चैप्टरों का कम से कम ऑब्जेक्टिव करा दें.
जो संसाधन है, उसमें बेहतर करने का हो प्रयास
डुमरिया एवं चाकुलिया मॉडल इंग्लिश स्कूल समेत कुछ स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने शिक्षक नहीं होने की शिकायत की. इस पर बताया गया की जल्द मॉडल स्कूलों में दो-तीन शिक्षकों की प्रति नियुक्ति करायी जायेगी. जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, उन स्कूलों के शिक्षक आइसीटी लैब का सही इस्तेमाल करें. शिक्षकों के पढ़ने का वीडियो बनाकर बच्चों को आइसीटी लब में दिखायें. जितने संसाधन हैं, उसमें बेहतर करने का प्रयास हो.
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