जादूगोड़ा .
झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 के परिणाम में जहां पोटका विधानसभा से झामुमो प्रत्याशी संजीव सरदार को जीत मिलने से झामुमो में उत्साह देखा जा रहा है, वहीं भाजपा प्रत्याशी मीरा मुंडा को मिली हार से भाजपा खेमे में मायूसी छायी हुई है. चुनाव परिणाम के बाद ही पोटका से दुबारा विधायक चुने गये संजीव सरदार झामुमो विधायक दल की बैठक में भाग लेने के लिए रांची चले गये, वहीं कार्यकर्ता क्षेत्र में मिठाई बांटकर और विजय जुलूस निकालकर खुशी मनाते रहे. भाजपा कार्यकर्ता बूथ लिस्ट के साथ अपने आप में हार की समीक्षा करते देखे गये. पोटका, डुमरिया व जमशेदपुर (अंश) प्रखंड को मिलाकर बने पोटका विधानसभा में कुल 326 बूथों में कुल 229239 लोगों ने मतदान किया था, वहीं डाकमत-2361 मिले थे. जिसमें संजीव को 120322 मत व मीरा को 92420 मत मिले. इस तरह से संजीव को 27902 वोटों से जीत मिली. विधायक संजीव सरदार को जनप्रतिनिधि के रूप में 24 घंटे जनता के बीच जुड़े रहने का लाभ मिला. विधायक जनता के हर सुख-दुख में की सेवा को मतदाता आशीर्वाद के रूप में पुनः चुने. लोगों के बीच यह चर्चा भी छिड़ी कि मीरा मुंडा जीतने पर सर्वसुलभ उपलब्ध मिलेगी की नहीं, झामुमो-कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस बात को प्रमुखता से जनता के बीच रखा.संताल, भूमिज व हो जनजाति का मिला वोट
इस जीत के कारण और हार की समीक्षा में देखा जाये तो हेमंत सोरेन सरकार के द्वारा शुरू की गयी मंईयां सम्मान योजना, बिजली बिल माफी योजना, कृषि ऋण माफी योजना, सर्वजन पेंशन योजना आदि का लाभ झामुमो को मिला है, वहीं भाजपा झामुमो के परंपरागत वोटबैंक में किसी तरह की सेंधमारी नहीं कर पायी, जबकि आदिवासी वोटों का संजीव के पक्ष में ध्रुवीकरण होना जीत का एक बड़ा कारण बना, जिसमें प्रमुख रूप से संताल, भूमिज व हो जनजाति का वोट एकतरफा संजीव सरदार को साथ मिला, वहीं मूलवासियों का भी पूरा साथ रहा. इस वजह से जमशेदपुर प्रखंड के शहरी क्षेत्र में भाजपा के भारी बढ़त के बावजूद जमशेदपुर, पोटका व डुमरिया के ग्रामीण क्षेत्र से संजीव सरदार ने बढ़त को पूरा करते हुए भारी मतों से जीत दर्ज की. विदित हो कि पोटका विधानसभा एसटी आरक्षित सीट है, जहां आदिवासी संताल, भूमिज, हो जनजाति के अलावा मूलवासियों की बहुतायात है. विधानसभा के जमशेदपुर प्रखंड बागबेड़ा क्षेत्र में बड़ी संख्या में सामान्य वोटर भी हैं.1977 से जीतते आ रहे भूमिज प्रत्याशी:
यहां राज्य की एकमात्र पोटका ऐसी विधानसभा है, जहां संताल के बाद भूमिज जनजाति के लोगों की बहुलता है, जिससे बड़ी राजनीतिक पार्टियां पोटका विस से भूमिज को ही प्रत्याशी बनाती रही हैं. यहां 1977 से वर्ष 2024 तक सनातन सरदार (3 बार), हाड़ीराम सरदार (2 बार), अमूल्यो सरदार (1 बार) व मेनका सरदार (3 बार) विधायक बनीं. इस प्रकार 47 वर्षों से पोटका विधानसभा क्षेत्र में भूमिज समाज का साम्राज्य कायम रहा है. भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व द्वारा पोटका विधानसभा क्षेत्र से इस बार भूमिज समाज से प्रत्याशी नहीं दिया देना, सही निर्णय साबित नहीं हो सका.भीतरघात भी बना भाजपा की हार का कारण :
विधानसभा चुनाव में पोटका सीट से भाजपा प्रत्याशी मीरा मुंडा की हार का कारण भितरघात को माना जा रहा है. सूत्रों की मानें तो पोटका से अनेक भाजपाई मन से प्रत्याशी के लिए काम नहीं किये. वे ऊपर-ऊपर मीरा मुंडा के साथ लगे रहे, लेकिन वोट दिलाने में सक्रिय नहीं रहे.डोमजुड़ी गांव में इंडिया गठबंधन ने निकाला जुलूस
पोटका प्रखंड के डोमजुड़ी गांव में विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी संजीव सरदार के जीत को लेकर रविवार को विभिन्न टोला में विजय जुलूस निकाल कर खुशी जाहिर की गयी. इस दौरान विधायक संजीव सरदार की अनुपस्थिति में उनकी पत्नी रानीता सरदार का ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया. मौके पर झारखंड आंदोलनकारी सुनील महतो, झामुमो महिला मोर्चा अध्यक्ष चंद्रावती महतो, गुड्डू, नवदीप दास, समर दास, नन्दलाल दास, समीर दास, धरनी दास, तपन दास, बबलू दास, अजित दास मौजूद थे.
झामुमो ने मनाया संजीव सरदार की जीत का जश्न
पोटका.
विधानसभा चुनाव में झामुमो प्रत्याशी संजीव सरदार की जीत पर रविवार को पोटका में झामुमो कार्यकर्ताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में जश्न मनाया. इस दौरान हाता बिरसा चौक में झामुमो महिला मोर्चा ने जिलाध्यक्ष चंद्रावती महतो के नेतृत्व में ग्रामीणों के बीच मिठाई बांटी. यहां विधायक संजीव सरदार की अनुपस्थिति में उनकी धर्मपत्नी रानीता सरदार उपस्थित थीं. उन्होंने कहा कि संजीव को लगातार दूसरी बार भारी मतों से चुनाव में समर्थन देकर यहां की जनता ने विधानसभा में भेजने का कार्य किया है. इसके लिए पूरा झामुमो परिवार पोटका की जनता का आभार व्यक्त करता है. मौके पर उप प्रमुख उर्मिला सामद, झारखंड आंदोलनकारी नेता सुनील महतो, पूर्व पार्षद हीरामणि मुर्मू, मुखिया सुचित्रा सरदार, मुखिया पानो सरदार, पंसस मंजू सरदार मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है