15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jharkhand Assembly Election: पोटका विधानसभा सीट एसटी के लिए है आरक्षित, 4-4 बार BJP और JMM ने मारी है बाजी

विधायक संजीव सरदार ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में पोटका में विकास कार्यों को धरातल पर उतारा. 2019 के चुनाव के दौरान किये वादे को पूरा किया. डिग्री कॉलेज की स्थापना करायी. वहीं 2019 में यहां से भाजपा प्रत्याशी रहीं मेनका सरदार ने कहा कि उन्होंने पोटका विधानसभा के लिए जो विकास काम किया था, वह रुका हुआ है.

Jharkhand Assembly Election, संजय सरदार/ रंजन गुप्ता : पोटका विधानसभा अनुसूचित जनजाति की आरक्षित सीट है. इस विधानसभा क्षेत्र में 3,09,894 वोटर हैं. इस सीट पर 1977 से ही भूमिज जनजाति के नेताओं का कब्जा रहा है. यहां से वर्तमान में झामुमो के संजीव सरदार विधायक हैं. उन्होंने 2019 में तीन बार की विधायक भाजपा की मेनका सरदार को 43110 वोटों से हराया था. इस सीट पर हमेशा झामुमो और भाजपा के बीच मुकाबला रहा है. इस सीट से माझी रसराज टुडू, सनातन माझी व हाड़ीराम सरदार ने दो-दो बार और सनातन सरदार व मेनका सरकार ने तीन-तीन बार प्रतिनिधित्व किया है.

पोटका विधानसभा क्षेत्र में हुए ये काम

पोटका में डिग्री कॉलेज की स्थापना विधायक संजीव सरदार की पहल पर हुई. सीएम शिलान्यास कर चुके हैं. काम चल रहा है. पोटका एवं डुमरिया में 30-30 बेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाये जा रहे हैं. पोटका में वृहद जलापूर्ति योजना के तहत घर-घर जल पहुंचाने का काम चल रहा है. प्रखंड की 34 पंचायतों के घरों में नलों से पानी पहुंचाने व बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है. प्रसिद्ध मुक्तेश्वर धाम हरिणा को पर्यटन स्थल बनाने की प्रक्रिया जारी है. वन विभाग द्वारा हरिणा मुक्तेश्वरधाम में बायो डायवर्सिटी पार्क का निर्माण कराया जा रहा है. गंगाडीह पंचायत के समीप कोल्ड स्टोरेज बन रहा है. इसके बनने से किसानों को फायदा होगा.

अब तक पूरे नहीं हुए ये काम

पोटका और डुमरिया क्षेत्र के युवा बड़ी संख्या में रोजगार के लिए यहां से पलायन कर रहे हैं. मगर उन्हें रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर कोई योजना नहीं बनायी गयी है. चिकित्सा के लिए आधारभूत संरचना नहीं है. एंबुलेंस है, पर चिकित्सक एवं चिकित्साकर्मियों की कमी से इलाज संभव नहीं हो रहा है. शिक्षा की व्यवस्था लचर है. स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. पोटका में सिंचाई की सुविधा नहीं के बराबर है. किसान आज भी बरसात के भरोसे हैं. पोटका से काट कर कोवाली को प्रखंड बनाने का मुद्दा काफी पुराना है. मगर आज तक कोवाली प्रखंड नहीं बना.

विधायक संजीव सरदार के है अपने दावे

विधायक संजीव सरदार ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में पोटका में विकास कार्यों को धरातल पर उतारा. 2019 के चुनाव के दौरान किये वादे को पूरा किया. डिग्री कॉलेज की स्थापना करायी. इससे हजारों विद्यार्थियों को फायदा होगा. उन्हें स्नातक तक की पढ़ाई के लिए अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा. कई उच्च विद्यालयों में प्लस टू की पढ़ाई भी शुरू हुई है. जलापूर्ति को लेकर बड़े पैमाने पर काम चल रहा है. रंकिनी मंदिर का सौंदर्यीकरण किया गया है. पहाड़भांगा पर्यटन स्थल तक सड़क का निर्माण कराया गया है. जर्जर सड़कों की मरम्मत करायी गयी है. कई पुलों का निर्माण हुआ है. निश्चिंतपुर में विद्युत उपकेंद्र का निर्माण कराया गया. इससे इस इलाके में बेहतर बिजली मिल सकेगी. लोक कलाकारों के बीच नगाड़ा व मांदर का वितरण किया गया. हर दिन जनता दरबार लगा कर लोगों की समस्याओं का निदान करता हूं.

पूर्व विधायक मेनका सरदार ने दावों को किया खारिज

2019 में यहां से भाजपा प्रत्याशी रहीं मेनका सरदार ने कहा कि उन्होंने पोटका विधानसभा के लिए जो विकास काम किया था, वह रुका हुआ है. वर्तमान में कुछ काम आगे नहीं बढ़ा. बल्कि, कई काम को रोक दिया गया. उन्होंने बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना शुरू करायी थी. वह अब तक अधूरी है. हाता से तिरिंग (ओडिशा) तक राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं बना है. कोवाली-डुमरिया सड़क भी नहीं बन पायी है. पोटका में डिग्री कॉलेज खोलने का प्रयास उन्होंने ही किया था. वहीं, जनमुद्दे का समाधान नहीं किया जा रहा है. रोजी-रोटी के लिए लोग पलायन कर रहे हैं.

एक्सपर्ट की राय

पोटका में पहले की तुलना में काफी काम हुआ है. लेकिन, किसानों को सिंचाई का लाभ नहीं मिल पाया है. वे बारिश पर निर्भर हैं. इस इलाके में नहर है. मगर उसमें पानी नहीं आ रहा है. अगर पानी आता, तो किसानों को लाभ मिलता. स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. रोजगार का अभाव है. यहां एक-दो माइंस एवं कंपनियां हैं, जिसमें कुछ लोगों को नौकरी मिली है. बाकी लोगों को नौकरी के लिए राज्य से बाहर पलायन करना पड़ रहा है. पलायन रोकने के लिए रोजगार की दिशा में पहल करने की जरूरत है. यहां तकनीकी शिक्षण संस्थानों की जरूरत है, ताकि विद्यार्थी हुनरमंद बन सकें.

उज्ज्वल कुमार मंडल, सामाजिक कार्यकर्ता

क्या कहते हैं लोग

पोटका के लोगों के लिए रोजगार का एकमात्र साधन खेती है. लेकिन, किसानों को सिंचाई के लिए बारिश पर निर्भर रहना पड़ता है. अगर इस इलाके में सिंचाई की व्यवस्था हो जाये, तो यहां के किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं.

जयपाल मुंडा, किसान, हल्दीपोखर

पोटका विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा का स्तर उठाने के लिए छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की बहाली की जाये. जर्जर स्कूल भवनों की मरम्मत करायी जाये. चहारदीवारी बनाकर स्कूलों को सुरक्षित किया जाये. इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.

शंकर चंद्र गोप, सेवानिवृत्त शिक्षक, नुआग्राम

2009 विधानसभा चुनाव

उम्मीदवारपार्टीमिले मत
मेनका सरदार           भाजपा  44,095
सुबोध सिंह सरदार            कांग्रेस  28,385
अमूल्य सरदार       झामुमो      24,789

2014 विधानसभा चुनाव के परिणाम

उम्मीदवारपार्टीमिले मत
मेनका सरदार           भाजपा   68,191
संजीव सरदार           झामुमो   61,485
दुखनी माई सरदार            कांग्रेस  14,227

2019 विधानसभा चुनाव

उम्मीदवारपार्टीमिले मत
संजीव सरदारझामुमो 110753
मेनका सरदारभाजपा 67643
बुलू रानी सिंहआजसू    5735

अबतक हुए विधानसभा चुनाव में पोटका से किसने मारी बाजी

वर्षप्रत्याशीपार्टी
1952हरिपदो सिंह झारखंड पार्टी
1957सुपाई सोरेन झारखंड पार्टी
1962 माझी रसराज टुडू कांग्रेस
1967 माझी रसराज टुडू कांग्रेस
1969सनातन माझी निर्दलीय
1972सनातन माझी निर्दलीय
1977 सनातन सरदार जनता पार्टी
1980सनातन सरदार भाजपा
1985 सनातन सरदार कांग्रेस
1990हाड़ीराम सरदार झामुमो
1995हाड़ीराम सरदार झामुमो
2000मेनका सरदार भाजपा
2005 अमूल्य सरदार झामुमो
2009मेनका सरदार भाजपा
2014 मेनका सरदार भाजपा
2019 संजीव सरदार झामुमो

Also Read: Jharkhand BJP Candidate List: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बताया कब होगी प्रत्याशियों की घोषणा?

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें