Jharkhand Chunav: मनोहरपुर, राधेश सिंह राज : मनोहरपुर विधानसभा में स्क्रूटनी और नाम वापसी के बाद कुल 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में बच गये हैं. बीते 25 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि मनोहरपुर विधानसभा में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली कोई महिला प्रत्याशी इस बार चुनाव में खड़ी नहीं है. वर्तमान परिपेक्ष्य में मनोहरपुर की बात करें, तो यहां त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं. लेकिन विभिन्न दलों से खड़े प्रत्याशी और निर्दलीय चुनाव के समीकरण को अगर बिगाड़ दें, तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी.
निर्दलीय प्रत्याशी भी कर सकते हैं बड़ा उलट-फेर
कई ऐसे प्रत्याशी भी अपनी-अपनी पार्टी से बगावत कर या दूसरी पार्टी का टिकट लेकर या निर्दलीय रूप से चुनाव में खड़े हैं. ऐसे प्रत्याशी चुनाव के परिणाम में बड़ा उलट-फेर कर सकते हैं. वर्तमान स्थिति में झामुमो ने 5 बार से मनोहरपुर की विधायक रही तथा वर्तमान सांसद जोबा माझी के बड़े पुत्र जगत माझी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी सुशील बारला, झारखंड पार्टी के महेन्द्र जामुदा समेत अन्य प्रत्याशी झामुमो के पॉकेट वोट में सेंधमारी कर सकते हैं.
एनडीए गठबंधन की तरफ से दिनेश चंद्र बोईपाई मैदान में
इसी प्रकार, एनडीए गठबंधन की बात करें तो गठबंधन ने मनोहरपुर सीट से आजसू के दिनेश चंद्र बोईपाई को अपना साझा प्रत्याशी घोषित किया है, जिससे नाराज होकर जदयू के विश्राम मुंडा भी निर्दलीय खड़ा हैं. जिससे एक खास वर्ग का वोट प्रभावित होने से इसका खासा नुकसान एनडीए को हो सकता है. आजसू से टिकट नहीं मिलने से नाराज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष दिलबर खाखा ने झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के टिकट से मैदान में हैं.
सबन हेंब्रम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में
बता दें कि झारखंड राज्य में पंचायती राज व्यवस्था कायम होने के साथ ही पति-पत्नी अपने क्षेत्र से मुखिया और पंचायत समिति सदस्य रहते आये हैं. वर्तमान में दिलबर आनंदपुर के प्रमुख हैं और क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है. आनंदपुर के पूर्व जिला परिषद सदस्य और वर्तमान मुखिया सबन हेंब्रम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट से चुनाव मैदान में हैं. इनकी दमदार स्थिति भी वोटरों को लुभा रही है. इनके अलावा प्रेम सिंह हेंब्रम, परदेशी लाल मुंडा, पातौर जोंकों, रामेश्वर तैसुम, शिवकर पूर्ति भी अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ मैदान में डटे हैं.
सिंहभूम की सांसद जोबा माझी बेटे के खूब बहा रही पसीना
बहरहाल हर प्रत्याशी चुनाव में जीतने के लिए ही खड़ा है, परंतु झामुमो के प्रत्याशी जगत माझी के लिए उनकी मां सांसद जोबा माझी खूब पसीना बहा रही हैं. इस सीट को जोबा का गढ़ कहा जाता है. ऐसे में जोबा के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का विषय भी है. लोग झामुमो प्रत्याशी पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का भी आरोप लगा रहे हैं, जबकि अन्य प्रत्याशी मनोहरपुर के स्थानीय उम्मीदवार को विधायक बनाने की बात कह रहे हैं. फैसला भविष्य के गर्भ में है. परंतु मनोहरपुर विधानसभा में इस बार रोचक मुकाबला देखने को अवश्य मिलेगा.
वर्ष 2019 में किसे मिले थे कितने वोट
प्रत्याशी – पार्टी – वोट
जोबा माझी – झामुमो – 50,945
गुरुचरण नायक – भाजपा – 34,926
बिरसा मुंडा – आजसू – 13,468
सुशीला टोप्पो – झाविमो – 3,557
सुशील डांग – एपीआइ – 2,952
सबन हेंब्रम – झापा – 2,836
डिंपल मुंडा – जदयू – 1,674
लक्ष्मण मेलगांड़ी – भाआसे – 1,504
परदेशी लाल मुंडा – बसपा – 1,437
दिनेश चंद्र बोईपाई – एसयूसीआई-सी- 1,178
किस चुनाव में कितने मतदाताट
वर्ष – वोटर
2000 – 1,36,195
2005 – 1,50,580
2009 – 1,54,936
2014 – 1,85,511
2019 – 1,97,524
2024 – 2,21,058
किस प्रत्याशी ने कितने वोट मिले:
वर्ष – प्रत्याशी – पार्टी – वोट
2000 – जोबा माझी – यूजीडीपी – 29,607
2000- शिवा बोदरा – भाजपा – 20,572
2005 – जोबा माझी – यूजीडीपी – 26,810
2005 – गुरुचरण नायक – भाजपा – 25,212
2009 – गुरुचरण नायक- भाजपा – 27,360
2009 – नवमी उरांव – झामुमो- 21,090
2014 – जोबा माझी – झामुमो – 57,558
2014 – गुरुचरण नायक – भाजपा – 40,989
2019 – जोबा माझी – झामुमो – 50,945
2019 – गुरुचरण नायक – भाजपा – 34,926
मनोहरपुर से अब तक के विधायक
वर्ष – विधायक – पार्टी
1952 – सभनाथ देवगम – लोक सेवक संघ
1957 – सभनाथ देवगम – झापा
1962 – रुद्र षाड़ंगी – निर्दलीय
1969 – आर नायक – एसएसपी
1972 – दुर्गा प्रसाद जमुदा – कांग्रेस
1977 – रत्नाकर नायक – निर्दलीय
1980 – रत्नाकर नायक – भाजपा
1985 – देवेंद्र माझी – निर्दलीय
1990 – कृष्ण चंद्र मुंडा – कांग्रेस
1995 – जोबा माझी – जेपीपी
2000 – जोबा माझी – यूजीडीपी
2005 – जोबा माझी – यूजीडीपी
2009 – गुरुचरण नायक – भाजपा
2014 – जोबा माझी – झामुमो
2019 – जोबा माझी -झामुमो