Jharkhand Weather, गालूडीह: तीन दिनों तक लगातार निम्न दाब के कारण हुई झमाझम बारिश से स्वर्णरेखा नदी उफना गई है. नदी का लगातार जल स्तर बढ़ने से गालूडीह बराज डैम के 18 गेट में से 8 गेट बुधवार को खोल दिया गया है. गालूडीह बराज डिवीजन के कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार ने बताया कि आठ गेट खोलकर नदी के पूर्व दिशा में बराज डैम से 6000 क्यूमेक्स पानी लगातार छोड़ा जा रहा है. पानी छोड़ने के साथ ही परियोजना पदाधिकारी ने नदी तटवर्ती गांवों को अलर्ट कर दिया है.
लगातार बढ़ रहा है गालूडीह बराज डैम में जलस्तर
संतोष कुमार ने बताया कि लगातार बारिश के कारण चांडिल और गाजिया डैम से भी पानी छोड़ा जा रहा है, इससे गालूडीह बराज डैम का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जलस्तर बढ़ने के कारण ही 16 सितंबर को 10 गेट खोल कर 4,800 और 17 सितंबर को 15 गेट खोल कर 7,500 क्यूमेक्स पानी नदी में छोड़ा गया.
6000 क्यूमेक्स छोड़ा जा पानी
18 सितंबर को जलस्तर कम होने से 8 गेट खोल कर नदी अब 6000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. संतोष कुमार ने यह भी बताया कि बराज डैम से मुख्य दायी नहर में अभी 15 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. जल स्तर बढ़ने से नदी का पानी प्रदूषित हुआ है, साथ ही मछलियां मर रही.
धान की फसल बर्बाद होने के आसार
बता दें कि स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से इसके किनारे बसे चित्रेस्वर, रांगुनिया, पचंदो आदि गांव में धान की फसल बर्बाद होने के आसार जताये गये हैं. वहीं, कुमार डुबि पंचायत लोग अपने घरों में कैद रहने के लिए विवश हैं. इस गांव में रहने वाले खाना खाने के लिए तरस रहे हैं. इस गांव में हर वर्ष तेज बारिश होने के कारण ग्रामीणों को कई प्रकार के संकटों का सामना करना पड़ता है.
Also Read: Jharkhand Weather: झारखंड में आज भी इन जिलों में भारी बारिश के आसार, येलो अलर्ट जारी