East Singhbhum : बहरागोड़ा में खनन विभाग का छापा, 20 हजार सीएफटी बालू जब्त

शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 15, 2024 12:23 AM

बहरागोड़ा. बहरागोड़ा थाना की सुवर्णरेखा नदी किनारे स्थित मधुआबेड़ा गांव में जिला खनन निरीक्षक अरविंद कुमार एवं थाना प्रभारी ईश्वर दयाल मुंडा ने बालू खनन के खिलाफ छापामारी अभियान चलाया. छापामारी के दौरान दो अलग-अलग जगहों से 20000 सीएफटी बालू जब्त किया गया. जानकारी के अनुसार, शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी की गयी. इसमें एक जगह से 11000 सेफ्टी तथा दूसरे जगह से 9000 सेफ्टी बालू जब्त किया गया. खबर लिखे जाने तक प्राथमिक दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी. जानकारी हो कि विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद बालू कारोबार से जुड़े कुछ लोगों द्वारा नदी से बालू उत्खनन कर खुले मैदान में भंडारण किया जा रहा था.

गालूडीह पुलिस ने बालू घाटों में की छापामारी, खनन और परिवहन बंद

प्रभात खबर में दो दिन पूर्व गालूडीह, घाटशिला, एमजीएम थाना क्षेत्र से बालू घाटों से अवैध बालू खनन और परिवहन से संबंधित खबर प्रकाशित होने पर गालूडीह पुलिस ने शनिवार को बालू घाटों में छापामारी की, पर कुछ नहीं मिला. बालू खनन और परिवहन बंद हो गया है. गालूडीह थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश दलबल के साथ आज थाना क्षेत्र के सुवर्णरेखा किनारे स्थित कई बालू घाटों में छापामारी अभियान चलाया. पुलिस ने कहा कि लगातार छापामारी जारी रहेगा. पुलिस की सक्रियता के बाद बालू खनन और परिवहन बंद हो गया है. पूर्व में कई घाटों में खनन और परिवहन चल रहा था. पर अब पुलिस-प्रशासन की सक्रियता से बालू माफिया भाग खड़े हुए हैं. घाटों पर पुलिस की निगरानी है. पुलिस ने कहा कि अवैध खनन और परिवहन पर अंकुश रहेगा. वर्तमान में इस क्षेत्र के घाटों से बालू खनन और परिवहन बंद हो गया है.

बालू घाटों की नीलामी हो : वाहन मालिक

स्थानीय ट्रैक्टर चालकों, मालिकों और ठेकेदारों ने मांग की है कि सरकार बालू घाटों की जल्द नीलामी कराये, ताकि बालू की किल्लत समाप्त हो सके. बालू नहीं मिलने से उंचे दर पर खरीदना पड़ता है. कई सरकारी योजनाएं चल रही हैं. बालू नहीं मिलेगा, तो निर्माण कैसे होगा. काफी संख्या में लोग अपना घर द्वार नहीं बना रहे हैं. उन्हें बंगाल का बालू उंचे दर पर खरीदना पड़ता है. इससे बजट बढ़ जाता है. ट्रैक्टर चालकों का कहना है हमलोग वाहन नहीं चलायेंगे, तो स्टॉलमेंट कहां से भरेंगे. यही रोजगार का साधन है. इसलिए बालू पर रोक हटे और नीलामी हो.

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