East Singhbhum : सरकारी स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू, न प्रिंटेड प्रश्न पत्र भेजा गया न उत्तर पुस्तिका
गुरुजी ऐप पर भेजा गया प्रश्न पत्र, शिक्षकों ने ब्लैक बोर्ड पर लिखा, शिक्षकों की कमी के कारण कई स्कूलों में परीक्षा लेने में हुई दिक्कत
चाकुलिया. सरकारी स्कूलों में पहली से सातवीं कक्षा की अर्द्धवार्षिक परीक्षा सोमवार से शुरू हुई. परीक्षा 18 दिसंबर तक चलेगी. जेसीइआरटी रांची की ओर से इस बार प्रिंट प्रश्न पत्र नहीं भेजा गया. शिक्षकों को निर्देश दिया गया कि प्रश्नपत्र “जे – गुरुजी ” एप पर भेजा जायेगा, जिसे शिक्षक ब्लैक बोर्ड पर लिखेंगे. बच्चे प्रश्न देखकर हल करेंगे. पहली बार ऐसा हुआ कि विभाग की ओर से न प्रिंटेड प्रश्न पत्र भेजा गया, न उत्तर लिखने के लिए पेपर. ऐसे में शिक्षकों को काफी परेशानी हुई. प्रश्न पत्र को लिखने में काफी समय लग रहा है. परीक्षा का समय दो घंटा निर्धारित है. सभी प्रश्न बहु विकल्पीय हैं. प्रश्न पत्र जेरोक्स करने पर 25 से 30 रुपये खर्च होगा. प्रश्न पत्र के प्रिंट आउट या फोटोकॉपी के लिए आवंटन या निर्देश नहीं है. प्रावि और मवि में शिक्षकों की कमी है. परीक्षा के साथ आधार आइडी व बालपंजी का कार्यक्रम चल रहा है. कई ऐसे विद्यालय हैं, जहां मात्र दो तीन शिक्षक हैं. कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाई होती है, ऐसी स्थिति में सभी वर्ग कक्ष में ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न लिखने में शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दो विषयों की परीक्षा आज, संघ ने व्यवस्था पर उठाया सवाल
बुधवार को दो विषयों की परीक्षा है. ऐसी स्थिति में दोनों विषयों की परीक्षा विद्यालय अवधि में सही ढंग से ले पाना काफी चुनौती भरा कार्य है. शिक्षक संघ ने इस व्यवस्था पर आपत्ति जतायी है. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के शिक्षक नेता सुनील कुमार, शिव शंकर पोलाई, सरोज कुमार लेंका, ओम प्रकाश सिंह, संजय कुमार, अनिल प्रसाद, संजय कुमार केसरी आदि ने ऐसी परीक्षा की व्यवस्था पर आपत्ति जतायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है