East singhbhum news : 40 बच्चों के लिए बेड नहीं, ठंड में फर्श पर सोने को विवश
मुसाबनी के मदरसा इस्लामिया अरबिया में बच्चे ग्रहण कर रहे दिनी के साथ दुनियावी तालिम, मदरसा में कमरों का अभाव, दो से चल रहा काम
मुसाबनी. मुसाबनी प्रखंड के बादिया स्थित मदरसा इस्लामिया अरबिया तजब्दुल कुरान में गरीब परिवारों के बच्चे दिनी तालिम (धार्मिक शिक्षा) के अलावे दुनियावी तालिम यानी हिंदी, अंग्रेजी, गणित की भी पढ़ाई कर रहे हैं. मदरसा में बिहार के अररिया जिला के अलावे झारखंड के जामताड़ा, गिरिडीह, देवघर व जमशेदपुर के करीब 40 बच्चे तालीम ले रहे हैं. मदरसा इस्लामिया अरबिया तजब्दुल कुरान की स्थापना 1960 में हुई थी. मदरसा का संचालन कमेटी द्वारा किया जाता है. चंदे से प्राप्त राशि से मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनके भोजन व अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाती है. लेकिन, यहां के बच्चों के लिए सोने के लिए चारपाई आदि की व्यवस्था नहीं है. रात में बच्चे मदरसा के कमरों में दरी व कंबल बिछाकर सोते हैं. जबकि दिन में एक कमरे में पढ़ाई होती है. मदरसा में कमरों की कमी है. बच्चों की संख्या को देखते हुए शौचालय भी कम है. पानी की व्यवस्था है.
बरामदे में बैठकर शिक्षा ग्रहण करते हैं बच्चे
यह मदरसा दो कमरों में संचालित होता है. मदरसा में कमरों की कमी है. बच्चे दिन में बरामदे में बैठकर शिक्षा ग्रहण करते हैं. कमरों के अभाव में बच्चों के बैठने में और शिक्षकों को पढ़ाने में परेशानी भी होती है. मदरसा में मौलाना अख्तर आदिल, मौलाना रशीद, मौलाना अहमद, कारी सुल्तान हिबज दिनी तालिम देते हैं, जबकि मास्टर दीन मोहम्मद अंग्रेजी, हिंदी आदि विषयों को पढ़ाते हैं. मदरसा का संचालन कमेटी के सदर आलम हुसैन, सेक्रेटरी आजाद खान एवं सदस्यों की देखरेख में होता है.
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