East Singhbhum : घाटशिला अनुमंडल में कोल्ड स्टोर नहीं, इसलिए किसान नहीं उगाते ज्यादा आलू
घाटशिला में 50 टन क्षमता का कोल्ड स्टोर बनकर तैयार, एक साल से उद्घाटन का इंतजारकिसानों ने कहा : कोल्ड स्टोर शुरू होगा, तो आलू के लिए बंगाल की निर्भरता समाप्त होगी
मो परवेज/ललन सिंह. घाटशिला अनुमंडल के सात प्रखंड घाटशिला, धालभूमगढ़, चाकुलिया, बहरागोड़ा, गुड़ाबांदा, डुमरिया, मुसाबनी में बड़ा कोल्ड स्टोर नहीं है. ऐसे में क्षेत्र के किसान आलू, प्याज, टमाटर और फूल की खेती बड़े पैमाने पर करने से कतराते हैं. कहते हैं करेंगे, तो रखेंगे कहां. आलू, प्याज टमाटर और फूल तुरंत बेचना पड़ेगा. नहीं बिका तो सड़ जायेगा. इससे भारी क्षति होगी. दूसरा कारण यह है कि जब उत्पादन होता है, तो तब दाम कम मिलता है. कुछ दिन कोल्ड स्टोर में रख देने के बाद दाम अधिक मिलता है. नुकसान के कारण अनुमंडल के किसान आलू, प्याज टमाटर और फूल की खेती कम मात्रा में करते हैं. यही कारण है कि आलू और फूल के लिए झारखंड को पश्चिम बंगाल पर निर्भरता बढ़ती जा रही है. जब-जब बंगाल आलू पर रोक लगाता है, तब-तब पूर्वी सिंहभूम में आलू के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो जाती है.
2.39 करोड़ से बना कोल्ड स्टोर शोभा की वस्तु
घाटशिला प्रखंड की काशिदा पंचायत के बरडीह गांव के समीप 2 करोड़ 39 लाख की लागत से 50 टन क्षमता वाला कोल्ड स्टोरे सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर रह गया है. इस योजना का शिलान्यास जुलाई 2021 में किया गया था. कोल्ड स्टोर बनकर तैयार हो चुका है. सिर्फ विद्युत संयोजन बाकी है. बिजली संयोजन नहीं होने से कोल्ड स्टोर एक साल से बेकार पड़ा है. सांसद विद्युत विद्युत वरण महतो, विधायक रामदास सोरेन ने करीब 3 साल पहले योजना का शिलान्यास किया था. कोल्ड स्टोर चालू हो जाने से घाटशिला अनुमंडल के लगभग 20 से 25 हजार किसानों को लाभ होता. बीडीओ यूनिका शर्मा ने बताया कि यह कार्य जिला से हुआ है. इसकी विस्तृत रिपोर्ट जिला ही बता सकता है. जबकि वहां के आस पास के लोगों ने बताया कि कोल्ड स्टोर को लेकर ही कशीदा पंचायत भवन के सामने सड़क का निर्माण हुआ था. पर अब तक कोल्ड स्टोर नहीं खुला है.कोल्ड स्टोर के उद्घाटन के प्रति प्रशासनिक अधिकारी गंभीर नहीं
कोल्ड स्टोर के निर्माण हुए एक साल हो गये, पर अभी तक उद्घाटन नहीं हुआ है. इसकी शुरुआत को लेकर ना तो प्रशासनिक अधिकारी और ना ही जनप्रतिनिधि गंभीर दिख रहे हैं. जानकारी के अनुसार काशिदा पंचायत के बरडीह में विशेष योजना श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन योजना के तहत इसकी स्वीकृति प्रदान की गयी थी. कार्य हरिओम कंस्ट्रक्शन को मिला था. करोड़ों रुपये की मशीन भी लगायी गयी है. तय समय सीमा पर इसका निर्माण करा दिया गया है. इसके बाद भी इसे क्यों नहीं शुरू किया गया यह विभाग ही बता सकता है. इस संबंध में बिजली विभाग कहना है कि कोल्ड स्टोरेज का निर्माण तो पूरा हो गया है, पर इसको चलाने के लिए एक अलग से ट्रांसफॉर्मर लगाने की जरूरत है. इसे लेकर विभाग से पत्राचार हो रहा है.कोल्ड स्टोर चालू होता, तो आलू की खेती करते : किसान
किसान देवलाल महतो, राजाराम महतो, दुलाल चंद्र हांसदा, हरिबल्लव भकत, योगेंद्र महतो, अबनी महतो, गणेश महतो, विजय महतो, शिवशंकर महतो, लक्ष्मीकांत महतो, करमू महतो ने कहा कि कोल्ड स्टोरेज का शुभारंभ होने से किसानों को आलू, सब्जी, फल, प्याज रखने में सहूलियत होगी. फसल बर्बाद नहीं होगी. किसान बड़े पैमाने पर आलू की खेती कर पायेंगे. आलू को लेकर बंगाल पर निर्भरता समाप्त हो जायेगी. इस महत्वपूर्ण योजना पर शीघ्र पहल करने की जरूरत है. बिजली संयोजन देकर इसे जल्द शुरू कराया जाये.
बीडीओ ने किया बंद पड़े कोल्ड स्टोर का निरीक्षण
घाटशिला की बीडीओ यूनिका शर्मा ने सोमवार को काशीदा के बरडीह में बंद पड़े कोल्ड स्टोर का कर्मियों के साथ निरीक्षण किया. बीडीओ ने कहा कि संवेदक हरिओम कंस्ट्रक्शन से बातचीत हुई है. उसने बताया कि कोल्ड स्टोर का काम कंप्लीट हो चुका है. हैंड ओवर करने की दिशा में पहल की जा रही है. हैंडओवर होने के बाद जेएसएलपीएस के माध्यम से अथवा टेंडर के माध्यम से कोल्ड स्टोर चलाने की दिशा में पहल की जायेगी. इसकी विस्तृत रिपोर्ट जिला को भेजेंगे. मौके पर कनीय अभियंता राजीव कुमार, पंचायत सचिव सावित्री हेंब्रम, पंचायत प्रतिनिधि स्वप्न मुंडा, जीएसएलपीएस के मनोज बिरुआ तथा मोतीलाल बेसरा उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है