East Singhbhum : घाटशिला शहर में सुलभ शौचालय नहीं, पर्यटक व स्थानीय लोग होते हैं परेशान
बाजार करने आने वाली महिलाओं को होना पड़ता है शर्मसार, रेलवे स्टेशन व फूलडुंगरी बस स्टैंड में शौचालय है, लेकिन नारकीय स्थिति
घाटशिला. सरकार गांवों में शौचालय बनाने पर जोर दे रही है, लेकिन शहरी इलाकों में ठोस नीति नहीं है. ऐसे में सार्वजनिक व सुलभ शौचालय की कमी से परेशानी होती है. खासकर बाजार करने निकलीं महिलाओं की दिक्कत बढ़ जाती है. घनी आबादी के बीच बाजार में महिलाओं को अक्सर दो-चार होना पड़ता है. घाटशिला में राजस्टेट से लेकर गोपालपुर फाटक होकर दाहीगोड़ा तक एक भी सुलभ शौचालय नहीं है. इससे पुरुष और महिलाओं को प्रतिदिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में लोग गलियों और कोनों में टॉयलेट करते हैं. इसके पीछे प्रशासन का लापरवाह रवैया भी जिम्मेदार है. घाटशिला शहर में हर साल भारी संख्या में पर्यटक आते हैं. यहां सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
फूलडुंगरी बस स्टैंड का शौचालय उपयोग लायक नहीं
घाटशिला के फूलडुंगरी बस स्टैंड में एक शौचालय है, लेकिन स्थिति बदतर है. शौचालय में गंदगी के कारण कोई जाना नहीं चाहता है. घाटशिला रेलवे स्टेशन के बाहर और फूलडुंगरी बस स्टैंड को छोड़कर शहर में एक भी सुलभ शौचालय नहीं है.शहर में बेहतर शौचालय की मांग पुरानी
घाटशिला रेलवे स्टेशन के बाहर बना सुलभ शौचालय भी बेहतर नहीं है. इस क्षेत्र के लोग आये दिन मांग करते हैं कि शहर में पर्यटकों का आवागमन होता है. ग्रामीण क्षेत्र से लोगों का आवागमन होता है. यहां बेहतर शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए. शौचालय में पर्याप्त पानी की सुविधा होनी चाहिए.बस स्टैंड में शौचालय बनाने की मांग
फूलडुंगरी बस स्टैंड के संचालक रामदास हांसदा ने पंचायत प्रतिनिधि से लेकर जनप्रतिनिधियों तक बस स्टैंड में शौचालय निर्माण की मांग की है. घाटशिला में आने वाले पुरुष और महिलाओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो.अंचल विभाग को भूमि उपलब्ध कराने का आवेदन
पंचायत समिति निधि में पर्याप्त राशि है. उप प्रमुख गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि राम मंदिर से गोपालपुर के बीच में भूमि उपलब्ध कराने की लिए अंचल को विधानसभा चुनाव से पूर्व आवेदन दिया है. अंचल कार्यालय भूमि उपलब्ध कराता है, तो निश्चित रूप से शहर में शौचालय बनाने की दिशा में पहल होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है