East Singhbhum News : आदिम जनजाति के 60 बच्चों के लिए आता है मात्र तीन किलो दूध
एडीसी भागीरथ प्रसाद ने पटमदा के जनजातीय आवासीय विद्यालय का किया निरीक्षण
पटमदा. एडीसी भागीरथ प्रसाद ने शनिवार को अनुसूचित जनजातीय आवासीय प्राथमिक विद्यालय धुसरा (पटमदा) का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान विद्यालय की व्यवस्था में काफी कमी मिली. एडीसी ने निरीक्षण में पाया कि 60 सबर बच्चों के लिए प्रतिदिन मात्र 3 किलो दूध आता है. सप्ताह में एक दिन रविवार को 4 किलो मुर्गा, नाश्ता से अंडा गायब एवं कम मात्रा बच्चों को सब्जी दी जाती है. इसके अलावा शौचालय के सभी दरवाजे जर्जर पाये गये.
शिक्षकों को सात माह से नहीं मिला वेतन
स्कूल का संचालन सेवा दुमका ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है. स्कूल में 18 साल से काम कर रहे शिक्षकों को पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है. वेतन की मांग करने पर शिक्षकों को बैठा दिया गया है. इसका असर बच्चों के पठन-पाठन पर पड़ रहा है. शिकायत मिलने पर एडीसी ने सेवा दुमका ट्रस्ट के संचालक एवं जिला कल्याण पदाधिकारी शंकराचार्य समद से मामले की जानकारी ली. एडीसी ने स्कूल के संचालक एवं प्राचार्य सविता चटर्जी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व छात्रावासों में बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया. जिला परिषद सदस्य प्रदीप बेसरा ने कहा कि आदिम जनजाति के पहाड़िया सबर बच्चों को बेहतर शिक्षा के नाम पर सरकार द्वारा हर सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है. करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, पर बच्चों को सही सुविधा नहीं मिल रही है. यह जांच का विषय है. मुखिया गंगाधर सिंह ने कहा कि समय-समय पर विभाग द्वारा निरीक्षण जरूरी है. इसके अलावा एडीसी ने पटमदा इंटर कॉलेज, जाल्ला व प्लस टू उच्च विद्यालय बांगुड़दा के छात्रावास का निरीक्षण किया. इस मौके पर बीडीओ शशि नीलिमा डुंगडुंग, सीओ डॉ राजेंद्र दास आदि मौजूद थे.
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