East Singhbhum : बुजुर्गों व विधवा की पेंशन कई माह से बंद, बैंक व कार्यालयों का चक्कर काट रहे पेंशनधारी
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना शुरू होने के पहले से पेंशन नहीं आ रही, यही हाल रहा, तो टुसू पर्व होगा फीका. जल्द भुगतान करने की मांग
गालूडीह. राज्य में महिलाओं को मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है. वहीं, बुजुर्गों व विधवा को कई माह से पेंशन नहीं मिल रही है. वृद्ध व विधवा महीनों से पेंशन से भटक रहे हैं. यहीं स्थिति रही, तो टुसू पर्व फीका हो जायेगा. मकर के पहले सभी वृद्ध व विधवा पेंशन भुगतान की मांग कर रहे हैं. बुजुर्गों और विधवा को किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े, इसलिए सरकार पेंशन योजना चला रही है. यह योजना महीनों से बंद है. बीते कई माह से पेंशन की राशि का भुगतान नहीं हुआ है. पेंशनधारियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. पेंशनधारी बैंक और कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. झारखंड सरकार वृद्धावस्था पेंशन योजना से पेंशनधारी को एक हजार रुपये प्रति माह देती है. कई माह से इस पर आफत है.
खाने के लाले पड़े
पांच किमी दूर बैंक का चक्कर लगा-लगा कर थक चुकी हूं. खाने को लाले पड़े हुए हैं. नमक भात खाकर गुजारा कर रही हूं. आय का दूसरा स्रोत नहीं है. पेट भरना मुश्किल पड़ रहा है. सरकार जरूरतमंदों को पेंशन न देकर समर्थ लोगों को मंईयां सम्मान योजना के तहत पैसे बांट रही है. टुसू पर्व के पहले सरकार पेंशन भुगतान करे.
– कमला सिंह, पेंशन से वंचित बुजुर्ग, दारीसाई——————————-पेंशन के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. बुढ़ापा संकट में बीत रहा है. पहले दो-चार माह के अंतराल में पेंशन मिलती थी. मंईयां सम्मान योजना शुरू होने के बाद पेंशन भुगतान नहीं हुआ. जिम्मेदार ठीक से जवाब नहीं देते हैं. ऐसे में बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. पेंशन नहीं मिलने से इस बार टुसू पर्व फीका रहेगा.
– प्रसन्न दासी, बिरहीगोड़ा–कोट–
वृद्धावस्था पेंशन क्यों बंद है, इसकी जानकारी जिला मुख्यालय ही दे सकता है. प्रखंड के पास पेंशन बंद से संबंधित जानकारी नहीं है.– यूनिका शर्मा, बीडीओ, घाटशिला
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