East Singhbhum : डुमरिया के लकवाग्रस्त सबर के इलाज में गरीबी बाधक, राशन व पेंशन से वंचित
लखाइडीह निवासी हरि सबर चल-फिर नहीं पाता है, पहले पेंशन मिलती थी, अब एक साल से नहीं मिल रही, जांच में पता चला कि हरि सबर नाम के दूसरे के खाते में चली गयी
डुमरिया. डुमरिया प्रखंड की खैरबनी पंचायत स्थित लखाइडीह गांव के 78 वर्षीय हरि सबर इलाज के अभाव में बड़ी मुश्किल से जिंदगी गुजार रहा है. हरि सबर को लगभग दो साल पहले लकवा मार दिया. वह चल फिर नहीं पाता है. उसे आज तक सरकारी स्तर पर आवास नहीं मिला है. वृद्धा पेंशन मिलती थी, लेकिन एक साल से बंद है. 78 वर्षीय हरि सबर अपने पुत्र चंद्र सबर के साथ एक फूस के घर में रहने को विवश है. खैरबनी पंचायत के मुखिया सुरेंद्र नाथ हेम्ब्रम ने बताया कि हरि सबर की स्थिति अच्छी नहीं है. जांच में पता चला है कि नवंबर तक की पेंशन आयी है, लेकिन हरि सबर के नाम के दूसरे के खाते में चला गया है. यह जांच का विषय है. यहां के सबरों को राशन लेने के लिए आठ किमी दूर बारुगोड़ा जाना पड़ता है. वे पहाड़ी रास्ते पार कर जाते हैं. खैरबनी के मुखिया ने मंगलवार को हरि सबर से मिलने उसके घर पहुंचे. उन्होंने अपने स्तर से एक कंबल, कुछ कपड़े व आर्थिक सहयोग किया. मुखिया ने बताया कि हरि सबर के पुत्र चंद्र सबर को इस बार आवास आवंटित हुआ है. उसपर भी दूसरों की नजर है. सबरों को अपना हक नहीं मिल रहा है.
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