East Singhbhum News : मुसाबनी में 13 साल तक क्वार्टर में हुई प्रार्थना, बाद में 24 परिवारों ने बनाया जीईएल चर्च
गिरिशडांगा में मसीही समुदाय की प्रार्थना का प्रमुख केंद्र है चर्च
मुसाबनी. मुसाबनी के गिरिशडांगा स्थित जीईएल चर्च मसीही समुदाय के लोगों के लिए प्रार्थना का केंद्र है. पूर्व में जीईएल चर्च मुसाबनी नर्स लाइन स्थित स्व इरस्तुस मिंज के क्वार्टर में प्रत्येक रविवार को प्रार्थना होती थी. क्वार्टर में लगभग 13 साल तक प्रार्थना हुई. इसके बाद बेंजामिन मिंज, बी कोंगाडी, सवन सुरीन, जेएस टोपनो , जडबी, ओडेआ , एच कोगाड़ी के सहयोग से जीईएल चर्च का शुभारंभ हुआ. जीईएल चर्च मंडली ने भावी पीढ़ी के लिए एक गिरजाघर निर्माण करने का निर्णय लिया. मंडली के 24 परिवारों ने गिरजाघर निर्माण के लिए सहयोग राशि संग्रह किया. नटवरलाल सिंघानिया से गिरिशडांगा में चर्च के लिए जमीन खरीदी. 1990 में जमीन पर चहारदीवारी निर्माण करा छोटा सा प्रार्थना भवन बनाया गया. दोबारा मंडली के परिवारों ने सहयोग राशि संग्रह किया. जीईएल चर्च जमशेदपुर पेरिस की ओर से कुछ आर्थिक सहयोग व मुसाबनी मंडली की ओर से जमा राशि से वर्ष 2002 में वर्तमान गिरजाघर के भवन का निर्माण हुआ. राइट रेवरेंट हेमंत हांसदा ने गिरजाघर का संस्कार समारोह संपन्न कराया.
जीईल चर्च मुसाबनी मंडली के अध्यक्ष सैमुअल पूर्ति, उपाध्यक्ष एंजेलिना सलोनी सुरीन ,सचिव मतियस सोयमुरूम ,सह सचिव जिदान कोंगाडी, कोषाध्यक्ष हिजकेल टोपनो ,सदस्य रावेल मिज, फिलिप्स मुंडू और अन्य हैं.महिला समिति की अध्यक्ष हल्यानी मुंडू ,उपाध्यक्ष एंजेलिना कगाड़ी, सचिव रीता सोय मुरुम ,सह सचिव सुनीति मुंडू, कोषाध्यक्ष आनंदिता टोपनो, सदस्य मरियम मिंज, सुमन जोजो हैं. यूथ और संडे स्कूल के अध्यक्ष अनूप ओड़िया, सचिव अमित टोपनो, कोषाध्यक्ष रोजलीन टोपनो हैं.
25 को होगी विशेष प्रार्थना
चर्च में क्रिसमस के आयोजन की तैयारी की जा रही है. चर्च परिसर की रंगाई-पुताई पूरी कर ली गयी है. 24 दिसंबर की मध्य रात्रि प्रभु यीशु मसीह के जन्म का संदेश घर-घर तक पहुंचाया जाता है. 25 दिसंबर को चर्च में क्रिसमस पर विशेष प्रार्थना सभा होती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है