पूर्वी सिंहभूम जिले के गालूडीह थाना क्षेत्र की बाघुड़िया पंचायत स्थित केशरपुर पुलिस पिकेट में तैनात झारखंड पुलिस के तीन जवानों पर सबर बस्ती की आदिम जनजाति की महिलाओं के साथ मंगलवार शाम मारपीट और अभद्र व्यवहार का आरोप है. इससे गुस्साए स्थानीय ग्रामीण बुधवार सुबह पंचायत प्रतिनिधियों व ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में केशरपुर पिकेट के पास धरना पर बैठ गये. तीनों आरोपी साधन पाल, पशुपति महतो और नारायण महतो पर कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया.
सूचना पाकर गालूडीह थाना के प्रशिक्षु डीएसपी रोहित सिंह साव दलबल के साथ पहुंचे और धरना पर बैठे ग्रामीणों से मिले. पहले डीएसपी ने ग्रामीणों को आरोपी जवानों पर विभागीय कार्रवाई का भरोसा दिया और धरना समाप्त करने की अपील की. पर ग्रामीण कार्रवाई का लिखित भरोसा देने की मांग पर अड़े रहे. इसके बाद डीएसपी ने लिखित आश्वासन दिया और पिकेट के तीनों आरोपी जवानों को लेकर गालूडीह थाना आ गये.
डीएसपी ने कहा कि तीनों जवानों को लाइन हाजिर किया जायेगा. इसकी अनुशंसा एसएसपी से कर दी गयी है. तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और धरना समाप्त किया. गुड़ाझोर के ग्रामीणों ने केशरपुर पिकेट के तीनों जवानों पर मारपीट, गाली-गलौज और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बुधवार को कार्रवाई की मांग को लेकर घंटों प्रदर्शन किया.
दुकानदारों से रंगदारी मांगने का लगाया आरोप
धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व बाघुड़िया पंचायत की मुखिया पबिता सिंह, उप मुखिया विक्रम मुर्मू, पंसस सुशीला सबर, ग्राम प्रधान रामचंद्र सिंह, मुखिया प्रतिनिधि सुनील सिंह, जेबीकेएसएस नेता रामचंद्र मुर्मू, सबर बस्ती के प्रधान कान्हू सबर कर रहे थे. धरना पर बैठे ग्रामीणों की मांग थी कि वरीय पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर उचित कार्रवाई करें, तब धरना से हटेंगे.
बाद में प्रशिक्षु डीएसपी के लिखित आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया. ग्रामीणों का आरोप है कि जिला पुलिस के तीनों जवानों ने अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए मारपीट की. उनका यह भी आरोप है कि पुलिस द्वारा केशरपुर के दुकानदारों से रंगदारी भी मांगी जाती है.
सबर महिला ने प्रशिक्षु डीएसपी के समक्ष कहा- घर में घुसकर जवान ने मारी लात
केशरपुर सबर बस्ती की लक्ष्मी सबर ने आरोप लगाया कि जिला पुलिस के जवान पशुपति महतो ने घर में घुसकर लात मारी. उनके साथ अभद्र व्यवहार किया. मंगलवार शाम करीब छह बजे वह घर आया. वह खाना बनाने के लिए चावल साफ कर रही थी. वह पीछे से आया और लात मारी. साथ ही अभद्र व्यवहार करने लगा. वहीं, चितरंजन भगत ने बताया कि सोमवार शाम करीब सात बजे गुड़ाझोर चौक में पुलिस के तीन जवान पशुपति महतो, नारायण महतो और साधन पाल अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए उनके साथ गाली-गलौज की.
साथ ही घर में घुसकर मारने की धमकी दी. ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस के जवान कई बार दुकानों से सामान लेते हैं और पैसा नहीं देते. चितरंजन भगत और लक्ष्मी सबर ने गालूडीह प्रशिक्षु डीएसपी रोहित कुमार साव को आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की है. डीएसपी रोहित कुमार ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि आरोपों की विभागीय जांच के बाद कार्रवाई होगी. तीनों को लाइन हाजिर किया जायेगा.
ग्रामीणों ने केशरपुर पिकेट में तैनात झारखंड पुलिस के जवानों पर मारपीट, अभद्र व्यवहार करने और रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है. कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों ने पिकेट के सामने धरना-प्रदर्शन किया. तीनों जवानों को पिकेट से हटा दिया गया है. तीनों को लाइन हाजिर किया जायेगा. विभागीय जांच होगी. इसकी जानकारी एसएसपी को दे दी गयी है. ग्रामीणों ने लिखित शिकायत की है. दोषियों पर कार्रवाई जरूर होगी.
रोहित कुमार साव, प्रशिक्षु डीएसपी, गालूडीह थाना