घाटशिला. घाटशिला के संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में शनिवार को 42 वां स्थापना दिवस मना. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि उप कुलपति सुभाष विश्वविद्यालय जमशेदपुर के डॉ प्रभात कुमार पानी, उपाध्यक्ष सत्संग सदन कोलकाता की निर्मला देवी कनोडिया आदि ने किया. गणेश वंदना और गुरु वंदना नृत्य से आराध्य देव का नमन किया गया. वंदना अग्रवाल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया. प्राचार्या ने विद्यालय के वर्ष भर के कार्यों और उपलब्धियों को पढ़ कर सुनाया. विद्यालय की वार्षिक पत्रिका अंकुर का विमोचन हुआ. सुलोचना देवी बगारिया ने विद्यार्थियों को जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी. वर्ष 2023 -24 के 10वीं और 12वीं के बोर्ड टॉपर्स, विषय टॉपर्स, स्कॉलर्स और विभिन्न क्षेत्रों में शैक्षणिक उपलब्धियों से नाम रोशन वाले 31 छात्र – छात्राओं को मेडल, प्रमाण पत्र और छात्रवृत्ति देकर सम्मानित किया गया. डॉ प्रभात कुमार पानी ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. वहीं, मुख्य अतिथि को शॉल, अंकुर पत्रिका और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया.
चारों युगों में गंगा के महत्व और जीवन यात्रा पर नाट्य का मंचन
गंगा नदी की पवित्रता को दर्शाते हुए चारों युगों में होने वाले गंगा के महत्व और जीवन यात्रा पर नाट्य प्रस्तुति से उतारा गया. उद्गम से संगम साक्षी गंगा था. संचालन 12 वीं के छात्र गौरव अग्रवाल और छात्रा स्वास्तिका बोस, 11 वीं की छात्रा तान्या कुमारी और शिखा साधु ने किया. अनूप कुमार पटनायक, एस आर दत्ता, सुजाता वर्मा, सारस्वती राय पटनायक थीं. शोभा गनेरीवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया. राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन हुआ. मौके पर सचिव सत्संग सदन कोलकाता की उमा देवी केड़िया, सचिव संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर सुलोचना देवी बगारिया, सह सचिव एस के देवड़ा, प्रशासिका शोभा गनेरीवाल, प्रबंधक डॉ प्रसेनजीत कर्मकार, प्रधानाचार्या नीलकमल सिन्हा, दीपक बजाज, वंदना अग्रवाल, आरजी चौमाल और निर्मल झुनझुनवाला आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है