East Singhbhum News : साड़पा, बूढ़ीगाड़ी व फिरकाल नृत्य ने बांधा समां
चाकुलिया के मनोहर लाल प्लस टू उच्च विद्यालय मैदान में गूंज महोत्सव आयोजित
चाकुलिया. चाकुलिया के मनोहर लाल प्लस टू उच्च विद्यालय मैदान परिसर में शुक्रवार को आदिवासी पारंपरिक नृत्य की झलक देखने को मिली. यहां 20वें गूंज महोत्सव सह नेताजी सुभाष मेला के अंतिम दिन पारंपरिक नृत्य प्रतियोगिता हुई. इस दौरान नेताजी सुभाष पब्लिक वेल्फेयर सोसायटी ने आदिवासी संस्कृति को जीवंत किया. जिसमें साड़पा, बूढ़ीगाड़ी, फिरकाल, करम नाच, हाड़ाम गाड़ी, नाहा गाड़ी, मागे, धोंगेड़ और पाता नाच जैसे नृत्यों ने दर्शकों को आदिवासी जीवन शैली और संस्कृति की गहराइयों से परिचित कराया. नृत्यों ने न केवल दर्शकों का मन मोहा, बल्कि क्षेत्रीय कलाकारों को भी एक मंच प्रदान किया.
आयोजन का उद्देश्य शिक्षा, खेलकूद व सांस्कृतिक को बढ़ावा देना था : विधायक
कार्यक्रम के आयोजक सह कमेटी के संरक्षक विधायक समीर मोहंती ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य शिक्षा, खेलकूद व सांस्कृतिक के प्रतिभा को बढ़ावा देना था. यह आयोजन क्षेत्रीय कलाकारों संस्कृति प्रेमियों के लिए एक उत्सव का अवसर बन गया. इस अवसर पर साहेब राम मांडी, शिवचरण हांसदा, श्रीनाथ मुर्मू, जादूनाथ हेम्ब्रम, दासो हेम्ब्रम, अमर हांसदा, विमल मांडी, दशरथ हांसदा, बाबलू हेम्ब्रम, सावना मांडी, जितेन्द्र हेम्ब्रम, मादो रानी मांडी, रामजीत बास्के, बैद्यनाथ माहाली, राहुल महतो आदि उपस्थित थे.पारंपरिक नृत्य प्रतियोगिता के विजेता
प्रथम स्थान हिरिज पासिर मुनगा बाहा जग सामटाव जोजो बाहा (सालबनी, पश्चिम बंगाल) को, द्वितीय स्थान-झिरी हिरी सागेन साकाम क्लब झारखंड बाॅडार जयनगर( झारखंड) को, तृतीय स्थान-रायडुंगरी झारखंड जापाग साड़पा ऐनेज (पश्चिम बंगाल) को मिला.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है