आदिवासी-मूलवासी समाज का वाद्य यंत्र व लोकनृत्य होगा आकर्षण का केंद्र
वरीय संवाददाता,
जमशेदपुर
जमशेदपुर में इस बार मुख्य लाइसेंसधारी गंगाराम तिर्की के नेतृत्व में 11 अप्रैल को पुराना सीतारामडेरा से सरहुल शोभा यात्रा निकाली जायेगी. रविवार को पुराना सीतारामडेरा स्थित सरना भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय सरहुल पूजा समिति के संयोजक मंडली के सदस्य राकेश उरांव एवं राजेन कुजूर ने बताया कि सरहुल पर्व के दिन शहर के सभी सरना पूजा स्थलों में समाज के लोग परिवार समेत पारंपरिक पूजा-अर्चना करेंगे. इसमें महिला, पुरुष, युवा व बच्चे इष्ट देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर आदिवासी समाज के उत्थान व प्रकृति को हमेशा हरा-भरा बनाये रखने का आशीष मांगेंगे. सरहुल शोभा यात्रा अपराह्न तीन बजे सीतारामडेरा उरांव समाज भवन प्रांगण से निकाली जायेगी.
संवाददाता सम्मेलन में गंगाराम तिर्की, राकेश उरांव, गोमिया सुंडी, नंदलाल पातर, राजेश कांडयोंग, बुधराम खलखो, शंभु मुखी, दुर्गामनी बोईपाई, संगीता सामद, बबलू खलखो, राजेन कुजूर, किशोर लकड़ा, संतोष लकड़ा, बुधु खलखो, विवेक सांडिल व अन्य मौजूद थे.पारंपरिक परिधान व वादय यंत्रों के साथ शोभायात्रा में होंगे शामिल
शहर के सभी सरना स्थलों की साफ-सफाई एवं रंग-रोगन का कार्य पूरा कर लिया गया है. सुबह में सभी लोग अपने-अपने सरना पूजा स्थल में पूजा-अर्चना करेंगे. दोपहर में सीतारामडेरा से निकलने वाली शोभा यात्रा में शामिल होंगे. इस शोभा यात्रा में आदिवासी मूलवासी समाज के उरांव, हो, मुंडा, संताल, मुखी, भुइयां, तुरी, लोहरा समेत अन्य सामाजिक संगठन के लोग भी शामिल होंगे.पारंपरिक नृत्य होगा आकर्षण का केंद्र
आदिवासी-मूलवासी समाज के लोग पारंपरिक पोशाक व वाद्य यंत्रों के साथ शोभा यात्रा में शामिल होंगे. शहर के लोगों को एक ही जगह पर एकसाथ कई पारंपरिक नृत्य देखने का मौका मिलेगा.समाज के प्रबुद्ध बुद्धिजीवी व अगुवा होंगे सम्मानित
शोभा यात्रा शुभारंभ होने से पूर्व केंद्रीय सरहुल पूजा समिति द्वारा जमशेदपुर के बुद्धिजीवी, समाज के आगुवा, समाजसेवी, शिक्षाविद व विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया जायेगा. उन्हें समाज के सखुआ का फूल व शॉल भेंट किया जायेगा.इन मार्गों से होकर गुजरेगी सरहुल शोभायात्रा
सरहुल शोभायात्रा पुराना सीतारामडेरा से प्रारंभ होकर लाको बोदरा चौक, सीतारामडेरा थाना, एग्रिको लाइट सिग्नल चौक, भालुबासा, कुम्हार पाडा, रामलीला मैदान, साकची मुख्य गोलचक्कर, बसंत सिनेमा रोड, कालीमाटी रोड, टुइलाडूंगरी गोलचक्कर, गोलमुरी होते हुए पुनः सीतारामडेरा आदिवासी उरांव समाज भवन प्रांगण पहुंचकर एक सभा में तब्दील हो जायेगी. यहां मुख्य अतिथि समेत समाज के प्रबुद्ध बुद्धिजीवी सरहुल पर्व का संदेश देंगे.सांस्कृतिक संध्या सरहुल नाइट आज
आदिवासी उरांव समाज, सीतारामडेरा द्वारा सोमवार को सरहुल नाइट कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसका आयोजन उरांव समाज भवन प्रांगण मैदान में संध्या सात बजे से होगा. इसमें रांची के रीझवार ग्रुप द्वारा नागपुरी एवं सांस्कृतिक नृत्य व संगीत प्रस्तुत किया जायेगा. इस दौरान स्थानीय विभिन्न जनजातीय समाज के कलाकारों द्वारा भी पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा.