पुराना सीतारामडेरा में सरहुल नाइट 8 अप्रैल को
सरहूल पर्व 11 अप्रैल को मनाया जायेगा. शहर के आदिवासी-मूलवासी पर्व से पूर्व एक शाम सरहूल के नाम सरहूल नाइट सांस्कृतिक संध्या का आयोजन 8 अप्रैल को कर रहे हैं. जिसमें शहर के आदिवासी मूलवासी समाज का जुटान होगा. वे मांदर व नगाड़े की थाप नृत्य कर आनंद उत्सव मनायेंगे.
जमशेदपुर. पुराना सीतारामडेरा में 8 अप्रैल को सांस्कृतिक संध्या सरहुल नाइट का आयोजन उरांव समाज द्वारा किया जायेगा. इसमें रांची के रिझवार म्यूजिक ग्रुप के गायक व गायिका अपने गीतों से समां बांधेंगे. शुक्रवार को यह जानकारी आदिवासी उरांव समाज के राकेश उरांव, राजन कुजूर व राजू तिर्की ने दी. उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल को सरहुल पर्व है. उस दिन पुराना सीतारामडेरा स्थित आदिवासी उरांव समाज भवन प्रांगण से सरहुल शोभायात्रा निकाली जायेगी, जिसकी तैयारी चल रही है. इसी बीच शहर के तमाम आदिवासी-मूलवासी समाज के साथ एक शाम सरहुल के नाम संध्या कार्यक्रम का आयोजन सरहुल नाइट के रूप में किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सरहुल नाइट के माध्यम से प्रकृति प्रेम को उजागर किया जायेगा. मांदर व नगाड़े की थाप कलाकार सरहुल गीत गायेंगे. वहीं, आदिवासी-मूलवासी समाज उनकी थाप पर नृत्य कर आनंद उत्सव मनायेगा. इस दौरान उरांव समाज सीतारामडेरा के किशोर लकड़ा, जीतु खालको, रोश मिंज, बादल मिंज, गंगराम तिर्की, सावना लकड़ा व बबलू खालको आदि मौजूद थे.