Ghatshila news : धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद संविधान की आत्मा : डीके सिंह
बहरागोड़ा कॉलेज में संविधान दिवस मना, क्विज आयोजित
बहरागोड़ा. बहरागोड़ा कॉलेज में एनएसएस की दोनों यूनिट ने मंगलवार को संविधान दिवस मनाया. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ हर्षित टोपनो ने की. शिक्षक व विद्यार्थियों ने डॉ भीमराव आंबेडकर की तस्वीर पर श्रद्धांजलि दी. मौके पर आयोजित क्विज में 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया. मौके पर डीके सिंह ने भारतीय संविधान के महत्व और डॉ भीमराव आंबेडकर की भूमिका पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि संविधान नहीं होता, तो स्वतंत्र भारत में भी अराजक स्थिति होती. अधिनायक वादी शासन की प्रबल संभावना थी. संविधान ने भारत में लोकतंत्र को मजबूती दी है. धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद इसकी आत्मा है. उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश जस्टिस खन्ना के फैसले में उल्लेख है. भारतीय संविधान की देन है कि सभी भाषा, धर्म और पंथ के लोग स्वतंत्र रूप से अपनी आस्था व व्यवस्था के तहत बने हैं. समाज के सबसे निचले पायदान के लोग संविधान के बदौलत मुख्य धारा में शामिल हो सके, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हैं.
सफल प्रतिभागी हुए पुरस्कृत
क्विज के सफल विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया. क्विज में प्रथम रुद्राभिषेक मन्ना, द्वितीय ठाकुर हांसदा और तृतीय कमलेश करण रहे. वक्तव्य देने वालों में पार्वती सिंह, अनामिका मुंडा, आशा नायक, मामूनी दास, अनूप कुमार बेरा, रुद्राभिषेक मन्ना थे. कार्यक्रम के संचालन में एनएसएस के को-ऑर्डिनेटर डॉ पीके चंचल, तिलेश्वर रविदास, प्रो महतो, प्रो कौशिक महतो, प्रो अमरेश आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही. मंच का संचालन डॉ राजन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ मौर्य ने किया.
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