गालूडीह. स्कूली शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने शनिवार को घाटशिला प्रखंड के बाघुड़िया उउवि का निरीक्षण किया. यहां शिक्षकों और विद्यार्थियों की समस्याएं सुनीं. इस दौरान 9वीं और 10वीं की छात्राओं ने कहा कि मंत्री जी, हमें मध्याह्न भोजन नहीं मिलता है. केजी से 8वीं तक के बच्चे एमडीएम खाते हैं. हम मुंह ताकते रह जाते हैं. मंत्री ने कहा कि केजी से आठवीं तक के बच्चों को एमडीएम देने का प्रावधान है. इस पर भी 60 प्रतिशत हिस्सेदारी केंद्र की व 40 प्रतिशत राज्य की है. केंद्र किसी मद में पैसा नहीं दे रहा है. 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों को एमडीएम का लाभ मिले, इसके लिए अपने स्तर से प्रयास करूंगा.
समस्याएं लिखकर दें, एक-एक कर दूर करेंगे
बताया गया कि स्कूल की चहारदीवारी नहीं है. भवन और शिक्षकों की कमी है. संताली शिक्षिका निलिमा किस्कू ने कहा कि मुझे तीन दिन बाघुड़िया, तो तीन दिन कस्तूरबा में पढ़ाने को कहा जाता है. इससे बाघुड़िया के बच्चों को परेशानी होती है. कस्तूरबा में प्रतिनियुक्त है. मंत्री ने कहा कि शिक्षा की ढांचा को मजबूत करेंगे. शिक्षा विभाग में जंग लग गयी थी. कई जगह शिक्षक नहीं हैं. 26 हजार शिक्षक बहाल होंगे. उसके बाद फिर से 26 हजार शिक्षकों की बहाली होगी. समस्याएं लिख कर दें, सभी का निदान होगा. मैंने संताली (ओलचिकी) शिक्षकों की सूची जिला से मांगी है, जहां जरूरत होगी शिक्षक भेजे जायेंगे. प्रतिनियुक्तियां रद्द होंगी. शिक्षक मूल स्कूल में जायेंगे. मौके पर विद्यालय के शिक्षक गौतम कुमार रजक, अल्पना महतो, सुकरा सिंह, अनिल बास्के, वंदना मंडल, निलिमा किस्कू, अजय कुमार, राकेश सीट समेत अनेक बच्चे उपस्थित थे.
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