गुड़ाबांदा : हॉस्टल में बिछावन की कमी, जमीन पर बैठकर पढ़ती हैं छठी की छात्राएं
आश्रम आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राएं समस्याओं से जूझ रहीं, भीषण गर्मी में पानी का संकट, परेशान होती हैं छात्राएं
गुड़ाबांदा.
गुड़ाबांदा प्रखंड के अर्जुनबेड़ा में स्लाड्स संस्था की ओर से संचालित आश्रम आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राएं कई समस्याओं का सामना कर रही हैं. यहां 200 बेड की क्षमता है. वर्तमान में 196 छात्राएं पढ़ाई कर रही हैं. 200 बेड पर मात्र 40 गद्दा और बिछावन है. छात्राओं को खाली बेड पर सोना पड़ता है. यहां कक्षा छह से 10वीं तक की पढ़ाई होती है. कक्षा छह के लिए बेंच-डेस्क तक नहीं है. छात्राएं जमीन पर बैठ कर पढ़ाई करती हैं. विद्यालय का स्थापना 2017 में हुई. उस समय विद्यालय की छात्रा के लिए सत्र 2017-18 सभी उपयोगी सामग्री उपलब्ध करायी गयी थी. उसके बाद कोई सामग्री नहीं दी गयी. इसके लिए आवंटन मिला या नहीं, इसकी कोई जानकारी नहीं है.वहीं, छात्रावास में जबसे बच्चियां रहने लगीं, तब समय कल्याण विभाग से मच्छरदानी, बाल्टी, जग का आवंटन किया था. उसके बाद से नये नामांकित छात्राओं को कुछ सुविधाएं नहीं मिली हैं. सभी बच्चे अपने घर से उपयोगी समान लाकर उपयोग रह रहे हैं. वर्तमान में भीषण गर्मी में विद्यालय में पानी की सुविधा सही नहीं है. मोटर चलाकर पानी लेते हैं. देर तक मोटर चलने बाद पानी नीचे चला जाता है. जहां बोरिंग हुई है, वहां भू-गर्भ जलस्तर सही नहीं है. इसका खामियाजा छात्राएं भुगत रही हैं. अगर किसी कारण मोटर खराब हो गया, तो पानी का दूसरा कोई विकल्प नहीं है. इस विद्यालय की वार्डन कारमी हेंब्रम हैं. यहां नौ शिक्षिकाएं कार्यरत हैं. वार्डन ने कहा विद्यालय में जो समस्याएं हैं, उसकी जानकारी विभाग को दे दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है