East Singhbhum : चाकुलिया में बाघिन को बेहोश कर पकड़ने को दिनभर प्रयास करती रही टीम, भैंस के बछड़े को भी बांधा गया, नहीं मिली सफलता
बछड़े को चारा बना वन विभाग ने जंगल में छोड़ा, पर बाघिन ने नहीं किया शिकार
चाकुलिया. चाकुलिया के बड़ामचाटी गांव बुधवार की सुबह बाघिन जीनत पहुंची. इसकी जानकारी जीपीएस लोकेशन से वन विभाग की टीम को मिली. जिससे टीम बड़ामचाटी पहुंची और बाघिन को पकड़ने की तैयारी में जुट गयी. वहीं, बड़ामचाटी फुटबॉल मैदान को वन विभाग ने कैंप बनाया. टीम बाघिन को पकड़ने को भैंस के तीन बछड़ों को खुराक के तौर पर लाया. जीपीएस लोकेशन के आधार पर बाघिन की चहलकदमी ट्रैक करने के बाद ओडिशा की वन विभाग की एक टीम भैंस के एक बछड़े को लेकर जंगल में घुसी. दिनभर टीम बाघिन द्वारा भैंस के शिकार करने का इंतजार करती रही. लेकिन देर शाम तक बाघिन ने भैंस के बछड़े का शिकार नहीं किया. जिससे वन विभाग के मंसूबे पर पानी फिर गया. वन विभाग का प्रयास था कि जैसे ही बाघिन शिकार के लिए भैंस के बछड़े पर हमला करेगी, उसी समय बेहोश करने वाली गोली से निशाना लगाकर बेहोश कर दिया जायेगा. लेकिन वन विभाग का यह प्रयास विफल रहा.
बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल रहा बंद
वहीं, बाघिन को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ बड़ामचाटी फुटबॉल मैदान के समीप पहुंच गयी. वन विभाग ने इसकी सूचना चाकुलिया पुलिस को दी. थाना प्रभारी संतोष कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने भीड़ हटाने का काफी प्रयास किया. लेकिन सुबह से लेकर शाम तक भीड़ टस से मस नहीं हुई. भातकुंडा पंचायत स्थित चियाबांधी में आनंद मार्ग स्कूल स्थित है. गांव में बाघिन के आ जाने की सूचना पर मंगलवार को स्कूल बंद कर दिया गया. बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए विद्यालय के शिक्षकों ने यह कदम उठाया.बाघ प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों के आवागमन पर प्रतिबंध
बाघ से जान माल की सुरक्षा को देखते हुए घाटशिला अनुमंडल पदाधिकारी ने चाकुलिया प्रखंड स्थित चियाबांधी, पंड्राशोली, धधिका व खाडबंदा गांव में बीएनएसएस 163 के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू की गयी है. घाटशिला एसडीओ सुनील चंद्र ने कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा एवं बाघ की सुरक्षा हेतु उक्त स्थल पर ग्रामीणों के आवागमन को प्रतिबंधित किया जाता है. स्वास्थ्य और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए संतुष्ट होकर बीएनएसएस 163 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए निषेधाज्ञा आदेश जारी की गयी है.चाकुलिया के चियाबांधी जंगल में रेल ट्रैक पार कर बाघिन जीनत पहुंची
ओडिशा के सिमलीपाल वन्य पशु विहार (राष्ट्रीय उद्यान) से झारखंड के चाकुलिया रेंज में पहुंची बाघिन जीनत की पहली झलक मंगलवार को चाकुलिया के राजाबासा- बड़ामचाटी जंगल के पास मिली. इस दौरान गुड़ाबांदा के जंगलों में जीनत नामक बाघिन 24 घंटे थी. उसके बाद चाकुलिया रेंज में वर्तमान में लोकेशन मिला है. वन विभाग के मुताबिक बाघिन को अचानक देखा गया और कुछ क्षण के बाद ही घने जंगल में चली गयी. उसके बाद चाकुलिया के हवाई पट्टी से सटे मौरबेड़ा जंगल में बाघिन का लोकेशन मंगलवार को शाम करीब पांच बजे मिला. फिर बुधवार को रेलवे ट्रैक पार कर भोर 4 बजे के करीब चियाबांधी जंगल की ओर आ पहुंची. जंगल में जीनत को देखने के लिए ग्रामीणों का भीड़ लगी हुई है. वन विभाग की ओडिशा और झारखंड टीम चाकुलिया के जंगलों में बाघिन पर नजर बनायी है.
पिंजड़े के साथ पहुंचे दोनों राज्यों के आला अधिकारी
मालूम हो कि ओडिशा के सिमलीपाल के आरसीसीएफ प्रकाश चंद्र गुगनैनी, डीएफओ साई किरण के साथ सिंहभूम की आरसीसीएफ स्मिता पंकज, जमशेदपुर वन प्रमंडल के डीएफओ सबा आलम अंसारी और चाकुलिया के रेंजर दिग्विजय सिंह बाघिन वाले क्षेत्र में पहुंचे थे. बाघिन को पकड़ कर रखने के लिए पिंजड़ा गाड़ी भी लायी गयी है. फिलहाल 20 सदस्यों की एक टीम बाघिन पर नजर बनायी हुई है. इधर, बाघिन के कारण आस-पास के गांवों के लोगों में दहशत हैं. समय-समय पर बाघिन जगह बदल रही है. विभाग द्वारा खबर है बाघिन ने किसी को जान-मान की हानि नहीं पहुंचायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है