Ghatshila news : 70 हजार की आबादी का इलाज एक फॉर्मासिस्ट के भरोसे
मुसाबनी प्रखंड कार्यालय परिसर में संचालित डिस्पेंसरी स्वयं बीमार, डिस्पेंसरी का भवन जर्जर, छत से गिरता रहता है प्लास्टर, लंबे समय से भवन की मरम्मत नहीं हुई, विभाग नहीं दे रहा ध्यान
मुसाबनी. मुसाबनी प्रखंड कार्यालय परिसर में संचालित पुराने सीएचसी का डिस्पेंसरी भवन जर्जर है. छत का प्लास्टर गिर रहा है. लंबे समय से भवन की मरम्मत नहीं हुई है. भवन जर्जर हो गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से पुराने सीएचसी भवन में एक फार्मासिस्ट के सहारे डिस्पेंसरी का संचालन होता है. एक फार्मासिस्ट के कंधे पर प्रखंड की लगभग एक दर्जन पंचायतों की 70 हजार की आबादी को सरकारी स्वास्थ्य सेवा देने की जिम्मेवारी है. डिस्पेंसरी सुबह 10 बजे से दोपहर तीन तक संचालित होती है. इसके बाद डिस्पेंसरी बंद रहता है.
केंदाडीह सीएचसी की दूरी अधिक, नहीं जा पाते ग्रामीण
प्रखंड की फॉरेस्ट ब्लॉक ,पारुलिया ,कुईलीसूता, गोहला, उत्तरी बदिया, दक्षिणी बदिया, पूर्वी बदिया ,पश्चिमी बदिया ,पूर्वी मुसाबनी, पश्चिमी मुसाबनी ,धोबनी और मेढ़िया पंचायत की दूरी केंदाडीह में संचालित सीएचसी से अधिक है. इसके कारण इन पंचायतों के निवासी समय पर इलाज के लिए केंदाडीह में संचालित सीएचसी नहीं जा पाते हैं. जनप्रतिनिधि और स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से पुराने सीएचसी में डिस्पेंसरी का संचालन किया जा रहा है.लंबे समय से चिकित्सक की मांग कर रहे ग्रामीण
ग्रामीणों ने पुराने सीएचसी में संचालित डिस्पेंसरी में एक चिकित्सक की नियुक्ति के साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्त करने की मांग की थी. स्वास्थ्य विभाग अब तक पुराने सीएचसी भवन में चिकित्सक की नियुक्ति करने में विफल है. केवल एक फार्मासिस्ट की नियुक्ति विभाग ने की है. पुराने सीएचसी भवन में संचालित डिस्पेंसरी में आसपास के ग्रामीण इलाज के लिए पहुंचते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है