East Singhbhum : बेमौसम बारिश से 900 बीघा में लगी सब्जी को नुकसान का खतरा
बहरागोड़ा में सुवर्णरेखा तटीय इलाके में बड़े पैमाने पर होती है खेती, एक माह पहले हुई बारिश से किसानों को नुकसान उठाना पड़ा था
बहरागोड़ा. बहरागोड़ा प्रखंड में सुवर्णरेखा नदी के तटीय इलाके में सब्जी की खेती बड़े पैमाने पर होती है. ठंड के मौसम में फूलगोभी, मिर्च, टमाटर, बैंगन की खेती किसान करते हैं. इस बार किसानों ने लगभग 900 बीघा में सब्जी की खेती की है. उत्पादन होने लगा है. शुक्रवार की रात से बेमौसम बारिश हो रही है. इसे लेकर किसान हताश हैं. यहां के किसानों आय का मुख्य स्रोत खेती है. बारिश होने से डर है कि पौधे नष्ट हो जायेंगे. लगभग एक माह पहले चक्रवाती तूफान के कारण पौधे नष्ट हो गये थे. फिर से बेमौसम बारिश से किसान परेशान हैं.
सब्जी की खेती को बीमा के दायरे में रखने की मांग
किसान कहते हैं कि उन्नत किस्म के बीज काफी महंगे दर पर खरीद कर खेतों में लगाया है. बारिश होने के कारण पौधे सड़ जायेंगे. सब्जी की खेती को बीमा के दायरे में नहीं रखा गया है. सड़े पौधे को खेतों से उठाकर फिर से दोबारा बीज लगाया गया था. इससे किसानों का खर्च ज्यादा हुआ. किसानों ने मांग है कि सब्जी की खेती को भी बीमा के दायरे में रखा जाये, ताकि आपदा से राहत मिल सके.
बारिश से पके धान को नुकसान होने की चिंता
बहरागोड़ा में अभी भी खेतों में पके हुए धान हैं. बारिश से धान भीगने से अंकुर निकल जायेगा. इससे किसानों को बड़े पैमाने पर क्षति होगी. भीगे हुए धान में अंकुर निकलने से बाजार में धान का उचित मूल्य किसानों को नहीं मिलेगा. बारिश के कारण पके हुए धान झाड़ जा रहे हैं. प्रभारी कृषि पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि बहरागोड़ा में आंशिक बारिश हो रही है. क्षेत्र का जायजा लेने के बाद ही फसल क्षति का आकलन किया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है