चाकुलिया. ओडिशा के सिमलीपाल स्थित टाइगर रिजर्व से भागी बाघिन ‘जीनत’ शुक्रवार को चाकुलिया वन क्षेत्र से निकल कर पश्चिम बंगाल स्थित सिमलापाल जंगल में पहुंच गयी. इसके बाद चाकुलिया वन विभाग की टीम व स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है. पिछले 11 दिनों से बाघिन चाकुलिया के जंगल में विचरण कर रही थी. 24 नवंबर को सिमलीपाल टाइगर रिजर्व से बाघिन भाग निकली थी. गुड़ाबांदा के रास्ते चाकुलिया में प्रवेश कर गयी. चाकुलिया में 11 दिनों तक रहने के बाद शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के शिमलापाल जंगल में प्रवेश कर गयी. पिछले 28 दिनों से ओडिशा वाइल्डलाइफ की टीम बाघिन जीनत के पीछे-पीछे घूम रही है. बाघिन व ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग लगातार तत्पर है.
बाघिन ने गुरुवार रात 30-35 किमी दूरी तय की
सिमलीपाल से निकलने के बाद बाघिन ने गुरुवार की रात सबसे लंबी दूरी तय की. पिछ्ले कई दिनों से बाघिन का लोकेशन महज 1 से 2 किलोमीटर के बीच था. गुरुवार की रात अचानक बाघिन की गति में तेजी आयी. उसने लगभग 30-35 किलोमीटर की दूरी तय की. चाकुलिया वन क्षेत्र स्थित घाघरा पाकुड़ियाशोल के घने जंगलों को पार कर सिमलापाल जंगल में घुस गयी.
बाघिन पर नजर बनायी हुई है वाइल्डलाइफ टीम
ओडिशा वाइल्ड लाइफ की टीम लगातार बाघिन पर नजर रखे हुए है. उसे वापस सिमलीपाल ले जाने के लिए काम कर रही है. चाकुलिया में बाघिन ने एक बैल का भी शिकार किया. वहीं, बाघिन को पकड़ने के लिए टीम ने भैंस को बांधा था, लेकिन सफलता नहीं मिली.
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