चाकुलिया. ओडिशा के सिमलीपाल की बाघिन जीनत ने 22 दिनों से दो राज्यों के वन विभाग की नींद उड़ा दी है. 24 नवंबर को सिमलीपाल टाइगर रिजर्व से भाग निकली बाघिन जीनत एक सप्ताह से चाकुलिया वन क्षेत्र में विचरण कर रही है. यहां ओडिशा वाइल्ड लाइफ की टीम के साथ चाकुलिया वन विभाग की टीम जीनत को पकड़ने में जुटी है. अभी तक सफलता नहीं मिली है. ना तो जीनत पकड़ी गयी और ना ही सिमलीपाल लौटी है. फिलहाल 72 घंटे से बाघिन जीनत ने चाकुलिया रेंज के राजाबासा जंगल को अपना ठिकाना बनाकर रखा है.
बाघिन के चाकुलिया आने की खबर से सहमे लोग
शनिवार देर रात एक अजीबो गरीब घटना हुई. चाकुलिया थाना क्षेत्र में एक नेपाली बहादुर पहरेदारी कर रहा था. शनिवार की आधी रात 12:00 बजे बहादुर ने पुराना बाजार स्थित संजय लोधा पेट्रोल पंप के पास किसी अजनबी जानवर को देख लिया. वह जानवर बहादुर को बाघिन की तरह प्रतीत हुआ. उसने तत्काल आसपास के लोगों को बाघिन आने की सूचना दी. इसके बाद वन विभाग के पास यह जानकारी पहुंच गयी.थोड़ी देर के लिए जीपीएस लोकेशन मिलना हुआ था बंद
वन विभाग की पूरी टीम राजाबासा जंगल में जमी थी. थोड़ी देर के लिए उन्हें जीपीएस में लोकेशन मिलना भी बंद हो गया था. उन्हें भी विश्वास हो गया कि बाघिन चाकुलिया पहुंच गयी है. आनन फानन में पूरी वन विभाग की टीम चाकुलिया पुराना बाजार स्थित संजय लोधा के पेट्रोल पंप के पास पहुंच गयी. लगभग एक घंटे तक बाघिन का लोकेशन को ढूंढने का प्रयास किया गया, पर बाघिन नहीं मिली. सुबह फिर से बाघिन का लोकेशन राजाबासा जंगल में मिला. इसके बाद वन विभाग की टीम ने राहत की सांस ली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है