पीएम के समक्ष की गयी टिप्पणी की हो रही है अलग व्याख्या जमशेदपुर : साकची स्थित भाजपा के जिला कार्यालय में दो कमरों में लगी अलग-अलग नोटिसों पर बवाल मच गया. जब तक यह हंगामा का रूप लेता, जिलाध्यक्ष को गलती का एहसास हुआ और उन्होंने दोनों कमरों में लगी नोटिस को हटा दिया. दरअसल आये दिन पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में आपसी विवाद की बातें सामने आ रही थीं. इसे रोकने के लिए जिलाध्यक्ष ने एक उपाध्यक्ष के साथ मिलकर तय किया कि पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के बैठने की व्यवस्था अलग-अलग की जानी चाहिए. इसके बाद फाॅर्मूला बनाया गया कि जिला भाजपा कार्यालय में पुराने कमरे में जिला के पदाधिकारी बैठेंगे, जबकि नये कमरे में कार्यकर्ता और आगंतुक बैठेंगे. इसको लेकर दोनों ही कमरों के गेट पर नोटिस लगा दी गयी. एक पर लिखा गया पदाधिकारी कक्ष और दूसरे पर कार्यकर्ता कक्ष. इसे लेकर हंगामा मच गया. हालांकि तुरंत नोटिस को हटा दिया गया. बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान चुनावी कार्यालय में मारपीट, हंगामा आदि की घटनाएं लगातार हो रही थीं. इस कारण पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में आपसी दूरी भी बढ़ गयी है. पिछले दिनों घाटशिला में पीएम से मुलाकात के दौरान पार्टी के नेता ने एक वरीय नेता के बारे में कुछ टिप्पणी कर दी थी, जिस पर पीएम ने नाराजगी जाहिर की थी. इस मामले को लेकर भी हर दिन भाजपा कार्यालय में तरह-तरह की टिप्पणियां की जा रही हैं. जिलाध्यक्ष और उनके करीबियों के अनुसार हर छोटी-छोटी बातें कार्यालय से बाहर चली जाती हैं और बात का बतरंग बनकर पूरे शहर में घूमने लगता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है