Ghatshila news : बेटे का माता-पिता को वृद्धा आश्रम में छोड़ने का दृश्य देख रो पड़े दर्शक
गालूडीह में बांग्ला जात्रा “वृद्धा आश्रमे कांदछे बाबा मां " का सफल मंचन, बांग्ला जात्रा में शामिल हुए मंत्री रामदास सोरेन ने किया उद्घाटन, लोक कलाकारों ने दमदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोहा
गालूडीह. गालूडीह के आंचलिक मैदान में गुरुवार की रात गालूडीह बंगभाषी समिति ने बांग्ला जात्रा (नाटक) का मंचन किया. मां भवानी ओपेरा ने बांग्ला जात्रा “वृद्धा आश्रमे कांदछे बाबा मां ” (वृद्ध आश्रम में रो रहे माता-पिता) का सफल मंचन किया गया. इसका निर्देशन अशोक सरकार व शेखर ज्योति लोहरा ने किया. जात्रा का शुभारंभ मंत्री सह विधायक रामदास सोरेन ने फीता काटकर किया. जात्रा देखने आस-पास के हज़ारों लोग जुटे. जात्रा में दिखाए गये दृश्यों से दर्शक भावुक हो उठे. जात्रा इतनी प्रभावशाली थी कि दर्शकों को बुजुर्गों के प्रति सोचने के लिए मजबूर कर दिया. आज के समय में बच्चों का अपने माता-पिता को वृद्ध आश्रम में छोड़ने के दृश्य दिखाकर कलाकारों ने दर्शकों की आंखों में आंसू ला दिये.
प्रियंका मुखर्जी व सुदीप और महेश्वर दत्ता ने मुख्य किरदार निभाया
कहानी में पश्चिम बंगाल की अभिनेत्री प्रियंका मुखर्जी मुख्य अभिनेत्री की भूमिका निभा रही थी. वहीं सुदीप दत्ता और महेश्वर दत्ता मुख्य अभिनेता का भूमिका निभा रहे थे. सुदीप कुमार दत्ता, जयदीप दत्ता, महेश दत्ता, अनूप चटर्जी, अशोक सरकार, मलय चटर्जी, टोनी दत्ता, अबोध महतो, शंकर शीट, प्रदीप रजक व अन्य स्थानीय लोक कलाकारों ने बेहतरीन नाट्य प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
भाषा व संस्कृति को बचा रही है बांग्ला जात्रा : रामदास
मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि पहले इस क्षेत्र में बांग्ला जात्रा काफी होती थी. अब गिने चुने जगहों पर ही बांग्ला जात्रा का आयोजन किया जाता है. बांग्ला संस्कृति को बचाए रखने और नयी पीढ़ी को जागरूक करने के लिए इस प्रकार का आयोजन जरूरी है. रामदास सोरेन ने कहा कि बांग्ला जात्रा लोक संस्कृति, भाषा, बांग्ला संस्कृति को बचा रही है.
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