26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बहरागोड़ा : करोड़ों की योजना 10 माह से ठप, 17 गांवों के 1800 घरों में जल संकट

- चौरंगी में ग्रामीण जलापूर्ति योजना का पंप 10 माह से खराब

– चौरंगी में ग्रामीण जलापूर्ति योजना का पंप 10 माह से खराब

बहरागोड़ा.

बहरागोड़ा के चौरंगी स्थित करोड़ों की ग्रामीण जलापूर्ति योजना विगत 10 माह ठप है. गर्मी बढ़ने से 17 गांवों के करीब 1800 परिवार पेयजल के लिए दिनभर भटक रहे हैं. जुलाई, 2023 से बोनाबूढ़ा स्थित सुवर्णरेखा नदी का पंप खराब पड़ा है. 17 गांवों के लोग पानी के लिए परेशान रहते हैं. विगत दिनों विभाग की ओर से मरम्मत की गयी, लेकिन जलापूर्ति नहीं हुई. बालू से पाइप व मशीन दब गयी है. इसके कारण नदी से पानी का उठाव नहीं हो पा रहा है. इस संबंध में विधायक समीर मोहंती ने विभागीय अभियंता के साथ बैठक कर समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया था. सांसद ने विभागीय पहल करते हुए निविदा निकाल कर मरम्मत करने की बात कही थी. इसपर विभागीय पहल जारी है. विभाग के जेई मनोज कुमार ने कहा कि निविदा के लिए विभाग को भेजा गया है, विभागीय पहल से जल्द मरम्मत होगी.

तालाब सूखने के कगार पर, पशु-पक्षी भी परेशान

गर्मी के साथ कई 17 गांवों में पानी की किल्लत बढ़ गयी है. भूगर्भ का जलस्तर काफी नीचे चला गया है. मौदा, बनकटा, पाथरी, बड़ामचोटी, मोहुलडांगरी, गुहालडीह, बोनाबुढ़ा, बामडोल, चड़कमारा समेत 17 गांव में पानी की किल्लत है. इन गांव में लगभग 1800 उपभोक्ता हैं. तेज धूप होने के कारण तालाब भी सूखने के कगार पर हैं. गाय, भैंस, पशु-पक्षी भी पानी के लिए भटक रहे हैं.

जनप्रतिनिधियों के खिलाफ रोष

स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी के लिए तरस रहे हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कई बार मरम्मत की मांग कर चुके हैं. अब तक किसी प्रकार की पहल नहीं हुई. इस क्षेत्र में हमेशा से पानी की समस्या होती है. आज तक इसका समाधान नहीं हो सका है. लोग कहते हैं कि पानी के लिए एक दूसरे के घरों पर निर्भर हैं. जलस्तर काफी नीचे चले जाने के कारण यहां पर सबमर्सिबल भी सफल साबित नहीं हो रहा है. स्थानीय लोगों में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ काफी रोष है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें