East Singhbhum : आलू को लेकर झारखंड-बंगाल बॉर्डर पर दोनों राज्यों के ग्रामीणों ने 5 घंटे किया बवाल
गालूडीह से बांदवान जाने वाले स्टेट हाइवे को किया जाम, दर्जनों वाहन फंसे, झारखंड के लोगों ने डुमकाकोचा में किया जाम, तो विरोध में बंगाल के लोगों ने द्वारसीनी में रोड बंद किया, दोनों राज्यों की पुलिस के हस्तक्षेप के बाद जाम हटा
गालूडीह. आलू को लेकर झारखंड और पश्चिम बंगाल के बॉर्डर पर ग्रामीणों ने पांच घंटे जमकर बवाल किया. पश्चिम बंगाल से आलू रोकने से झारखंड के सीमावर्ती दर्जनों गांवों के लोगों का सब्र शुक्रवार सुबह टूट गया. पूर्वी सिंहभूम के गालूडीह से बांदवान (पश्चिम बंगाल) जाने वाले स्टेट हाइवे पर बाघुड़िया पंचायत के एक दर्जन से अधिक गांव के लोग डुमकाकोचा घाटी में शुक्रवार सुबह 6 बजे एकत्रित हुए और बंगाल से झारखंड आने वाले सब्जी वाहनों को रोक दिया. वाहन और अन्य सामान से रोड जाम कर दिया, जिससे बंगाल से आ रहे सब्जी लदे दर्जनों वाहन जाम में फंस गये. इसमें डुमकाकोचा, नरसिंहपुर, गुड़ाझोर, केशरपुर के किसान और ग्रामीण शामिल थे. इसके बाद पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती गांव के लोग और किसान भी नाराज होकर झारखंड से बंगाल में प्रवेश करने वाले वाहनों को रोक दिया और द्वारसीनी में रोड जाम कर दिया.
दोनों राज्यों के दोनों तरफ सीमावर्ती गांव में जाम से गालूडीह से पश्चिम बंगाल के बांदवान जाने वाला स्टेट हाइवे पूरी तरह जाम हो गया और दोनों राज्यों के बीच आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. सुबह छह से 11 बजे तक पांच घंटे जाम लगा रहा. आलू रोकने को लेकर खूब हंगामा हुआ. इस वजह से हाइवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. जाम करने वालों में पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती गांव लतापोड़ा, पुनसा, मधुबन, कुमीरडीह, कोड़पा, जुगीडीह, माकोपाली, बूढ़ीगोड़ा, भोमरागोड़ा के लोग शामिल थे.गालूडीह और बांदवान पुलिस पहुंची और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम हटाया :
सीमा पर जाम की सूचना मिलने पर गालूडीह थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश और बांदवान थाना प्रभारी मोंताज शेख पुलिस बल के साथ सीमा पर पहुंचे और दोनों ने अपनी-अपनी सीमा पर डटकर बैठे गुस्साए लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. तब जाकर तकरीबन पांच घंटे बाद दोपहर 11 बजे जाम हटा. पुलिस की पहल के बाद बंगाल के लोग झारखंड के लोगों को मोटरसाइकिल और साइकिल पर आलू ले जाने देने पर राजी हुए, तब जाकर मामला शांत हुआ. तब जाकर झारखंड के लोगों ने भी बंगाल के वाहनों को प्रवेश करने की इजाजत दी.पांच घंटे जाम में फंसे रहे बंगाल के मजदूर, निराश होकर लौटे घर :
आलू पर हुए हंगामा में दोनों राज्यों के मजदूर और आम लोग पांच घंटे फंसे रहे. पश्चिम बंगाल के दर्जनों सीमावर्ती गांवों से धान के व्यापारी और मजदूर हर दिन सुबह-सुबह जमशेदपुर जाते हैं. वे जाम में फंसे रहे. समय बीत जाने के बाद वे काम पर नहीं जा सके और निराश होकर घर लौट गये.बंगाल से नहीं आ सका सब्जी, दूध और फूल, किसानों को हुआ नुकसान :
जाम के कारण बंगाल से आने वाले सब्जी, दूध, पोल्ट्री, छेना, फूल लदे वैन समेत अन्य वाहन जाम में फंसे रहे, जिससे किसानों को नुकसान हुआ. गालूडीह से बांदवान स्टेट हाइवे व्यापारियों के लिए सुविधा जनक मार्ग है. इसी मार्ग से लोग आना-जाना करते हैं. बांदवान होकर मानबाजार-पुरूलिया जाने का मार्ग है. इसी मार्ग से लोग बोकारो भी जाते हैं. वहीं, बंगाल के लोग इसी मार्ग से गालूडीह, घाटशिला, जादूगोड़ा, जमशेदपुर, चाईबासा आदि जगहों पर जाते हैं. जाम के कारण उन्हें नुकसान हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है