एमजीएम _ तीन गांवों के लोग एक साल से राशन से वंचित, धूप में इंतजार करते रहे, नहीं पहुंची जांच टीम

ग्रामीण बैठक कर ‘राशन नहीं तो वोट नहीं’ का नारा बुलंद कर चुके हैंजिला आपूर्ति पदाधिकारी ने डीलर को बुलाकर जमशेदपुर में बैठक की

By Prabhat Khabar News Desk | April 23, 2024 11:41 PM
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गालूडीह.

एमजीएम थाना क्षेत्र की बेलाजुड़ी पंचायत स्थित काशीडीह, बाड़हाडीह और नारगा के कार्डधारियों को एक साल से राशन नहीं मिल रहा है. दो दिन पूर्व ग्रामीणों ने नारगा हाट मैदान में बैठक कर ‘राशन नहींस तो वोट नहीं’ का नारा बुलंद किया. इसके बाद जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया. सूचना मिली थी कि डीसी के निर्देश पर मंगलवार जिला आपूर्ति और जिला सहकारिता पदाधिकारी के साथ एक टीम जांच करने गांव आयेगी. ऐसी सूचना पाकर अनेक ग्रामीण काशीडीह गांव के राशन डीलर जगदीश चंद्र मुर्मू की जनवितरण प्रणाली दुकान के बाहर तेज धूप में दिनभर इंतजार करते रहे. जांच टीम नहीं आयी. इससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ गयी है.

डीलर को जमशेदपुर बुलाया था, एक-दो दिनों में राशन बांटेगा : पदाधिकारी

इस संबंध में जिला आपूर्ति पदाधिकारी से दूरभाष पर संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि डीलर को जमशेदपुर बुलाया गया था. बैठक कर राशन बांटने को कहा गया है. डीलर ने कहा कि एक-दो दिनों में राशन बांटेंगा.

सालभर राशन क्यों नहीं बंटा, नहीं बता सके जिला आपूर्ति पदाधिकारी

जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि काशीडीह के राशन डीलर को पूर्व में सस्पेंड कर दिया गया है. उसकी दुकान के कार्ड को पास के गोलकाटा के डीलर त्रिलोचन महतो के जविप्र दुकान में शिफ्ट कर दिया गया है. वह एक-दो दिनों मे राशन का वितरण करेगा. क्यों साल भर राशन नहीं बंटा? इस पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने खुलकर कुछ नहीं बताया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी ही बेहतर बता पायेंगे. उनसे संपर्क नहीं हो सका.

तीन गांवों के करीब 650 कार्डधारियों में आक्रोश

नारगा, बाड़हाडीह और काशीडीह गांव के करीब 650 कार्डधारी एक साल से राशन से वंचित हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि जगदीश चंद्र मुर्मू का डीलरशिप लाइसेंस रद्द करने के बाद ग्रामीणों को त्रिलोचन महतो के जनवितरण प्रणाली दुकान से राशन देने के लिए बुलाया गया था. वहां जगदीश चंद्र मुर्मू की आइडी से ही वितरण किया जा रहा था. ग्रामीणों ने 27 दिसबंर, 2023 को उपायुक्त कार्यालय में धरना-प्रदर्शन कर आवेदन भी दिया था. आज तक कुछ नहीं हुआ. ग्रामीणों ने कहा, अब वोट तभी देंगे जब राशन मिलेगा और विवाद का निपटारा होगा.
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