East Singhbhum News : महाकुंभ हादसा : हम गंगा में डुबकी लगाने की तैयारी में थे, भीड़ आयी और रौंदते हुए चली गयी

मुसाबनी, मऊभंडार, बारीपदा से 14 लोग गये थे महाकुंभ, वापस लौटे मुसाबनी के डॉ एमएम पात्रो ने घटना के बारे में बताया

By Prabhat Khabar News Desk | February 1, 2025 12:11 AM

मुसाबनी. प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए मुसाबनी, मऊभंडार व बरीपदा से 14 महिला- पुरुष 25 जनवरी को रवाना हुए थे. इनमें शामिल डॉ एमएम पात्रो ने बताया कि हमारी टीम के विजय प्रधान व उनकी पत्नी ने डुबकी लगा ली थी. बाकी लोग डुबकी लगाने की तैयारी में थे. इसी बीच पीछे से अनियंत्रित भीड़ आयी और रौंद दिया. कई लोग जमीन पर गिर गये. उनके ऊपर से भीड़ गुजर गयी. घटना से सभी इधर-उधर बिछड़ गये. संगीता मंडल समेत उनके साथ गये कई लोग नीचे गिर गये थे. किसी तरह बचकर 3 घंटे बाद वहां से निकले. सभी बिछड़े लोग फोन से संपर्क करने का प्रयास कर रहे थे. हालांकि, संपर्क नहीं हो पा रहा था. फोन का चार्ज खत्म होने के कारण सभी इधर-उधर भटक रहे थे.

शिवराज को फोन किया, तो अनजान ने उठाया और मारे जाने की सूचना दी

कमल कांत मंडल ने शिवराज गुप्ता को फोन किया, तो फोन एक दूसरे व्यक्ति ने उठाया. शिवराज गुप्ता के भगदड़ में मारे जाने की सूचना दी. श्री मंडल ने इसकी जानकारी अन्य साथियों को दी. खुद एंबुलेंस में शिवराज गुप्ता के साथ अस्पताल गये. चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. विजय प्रधान की पत्नी घटना के बाद बिछड़ गयी थी. कई घंटे बाद पुलिस के सहयोग से वह मिली. सभी लोग शिवराज गुप्ता के दुखद समाचार से मर्माहत थे. वहां से सभी किसी तरह वापस शिविर आये और मुसाबनी के लिए रवाना हुए.

टीम में शामिल लोग

डॉ एमएम पात्रो व उनकी पत्नी, कमलकांत मंडल व उनकी पत्नी संगीता मंडल, पुत्र बिट्टू, दिलीप घोष व उनकी पत्नी कृष्णा घोष, विजय प्रधान उनकी पत्नी, श्याम पोदो मंडल उनकी पत्नी, विजय प्रधान एवं उनकी पत्नी, राज श्रीवास्तव, बारीपदा के शुभेंदु सतपति, टुमानडुंगरी के मधुसूदन गोप और उनके समधी आदि.

26 जनवरी को अयोध्या में दर्शन किया था

कुंभ से लौटे डॉ एमएम पात्रो के अनुसार, 25 को देर रात अयोध्या पहुंचे. 26 जनवरी को सरयू नदी में स्नान कर राम मंदिर में महाप्रभु राम का दर्शन किया. वहां से प्रयागराज के लिए रवाना हुए. दूसरे दिन शिविर में ठहरे. सभी लोग संगम में डुबकी लगाने के लिए 28 जनवरी की दोपहर को निकले. करीब 20 किमी पैदल चलकर संगम स्थल पहुंचे थे.

प्रयागराज से बनारस पहुंचने में लंबा समय लगा, भारी जाम लगा था

डॉ एमएम पात्रो ने बताया कि प्रयागराज से बनारस तक पहुंचने में काफी लंबा समय लगा. सड़क पर जाम लगा था. बिहार सीमा पर लंबा जाम लगा था. जीटी रोड पर कई-कई किमी तक वाहनों की लंबी कतार लगी थी. रास्ते में मूढी और चूड़ा खाकर किसी तरह काम चलाया. 42 घंटे बाद शुक्रवार करीब 11:30 बजे अपने घर पहुंचे.

पत्नी भी साथ जाने वाली थी, किसी कारण नहीं जा सकी

डॉ पात्रो के अनुसार, शिवराज गुप्ता अपनी पत्नी के साथ प्रयागराज जाने वाले थे. बाद में किसी कारण से पत्नी के जाने का प्रोग्राम रद्द हो गया. उन्होंने अपने दोस्त राज श्रीवास्तव व सुवेंदु सतपति को प्रयागराज जाने के लिए राजी किया. डॉ पात्रों के अनुसार, भारी संख्या में पहुंची भीड़ के आगे सभी तैयारियां फेल हो गयी. इससे दुर्घटना घटी. उन्होंने कहा कि शिवराज गुप्ता की मौत से सभी मर्माहत हैं.

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