गुड़ाबांदा. पूर्वी सिंहभूम जिले के गुड़ाबांदा प्रखंड आज भी विकास के मामले में पिछड़ा हुआ है. प्रखंड की चार पंचायत घाटशिला विधान सभा क्षेत्र के अधीन है. उक्त चार पंचायतों में कुल 42 आंगनबाड़ी केंद्र हैं. ठंड अंतिम सांसे गिन रही है, जबकि 17 आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को स्वेटर नहीं मिला है. अभिभावकों का कहना है कि सरकार बच्चों को हर तरह की सुविधा देने का दावा करती है. अब क्या गर्मी में स्वेटर बंटेगा? ठंड को बच्चों ने ठिठुरते हुए बिताया है. फरवरी में बच्चों को स्वेटर नहीं मिलना विभागीय लापरवाही है.
ठंड में ठिठुरते हुए केंद्र में आये बच्चे
जानकारी के अनुसार, जिन केंद्रों में स्वेटर मिला है, वहां भी सभी को नहीं मिला है. मुचरीसोल आंगनबाड़ी केंद्र में 15 बच्चे हैं. इस केंद्र के एक भी बच्चे को स्वेटर नहीं मिला है. इधर, केंद्र जर्जर है. बरसात में पानी सीपेज करता है. सेविका चंपा मंडल व सहायिका जयंती सिंह हैं. विभाग और स्थानीय पदाधिकारियों की लापरवाही से बच्चों को ठंड में स्वेटर नहीं मिला है. छोटे-छोटे बच्चे ठंड में ठिठुरते हुए केंद्र में आते रहे.आपूर्तिकर्ता की लापरवाही से नहीं मिला स्वेटर
प्रभारी सीडीपीओ माया रानी ने बताया कि आपूर्तिकर्ता ने देरी की है. इसके कारण बच्चों को स्वेटर नहीं मिला है. कुछ दिनों में स्वेटर मिलने की संभावना है. सेविका चंपा मंडल का कहना है कि विभाग को जानकारी दी गयी है. आपूर्तिकर्ता से स्वेटर नहीं मिलने के कारण हम बच्चों को स्वेटर नहीं दे पाये हैं.आपूर्तिकर्ता पर कार्रवाई होगी
आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को समय पर स्वेटर नहीं मिलने का हमें भी दुख है. हालांकि, इसकी जानकारी नहीं थी. आपूर्तिकर्ता के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी.
– डांगुर कोड़ाह, बीडीओ, गुड़ाबांदा प्रखंडडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है