प्रत्येक बुद्धिजीवी दस-दस निरक्षरों को साक्षर करें
अशिक्षा दूर करने के लिए समाजसेवी आगे आयें साक्षरता दर में गढ़वा राज्य में काफी नीचे साक्षरता में भूमिका निभाने वाले संगठनों व बुद्धिजीवियों को सम्मानित किया जायेगा गढ़वा : उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने गढ़वा जिले की साक्षरता दर को बढ़ाने के लिये सभी सामाजिक संगठनों एवं प्रबुद्ध नागरिकों को आगे आने की अपील […]
अशिक्षा दूर करने के लिए समाजसेवी आगे आयें
साक्षरता दर में गढ़वा राज्य में काफी नीचे
साक्षरता में भूमिका निभाने वाले संगठनों व बुद्धिजीवियों को सम्मानित किया जायेगा
गढ़वा : उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने गढ़वा जिले की साक्षरता दर को बढ़ाने के लिये सभी सामाजिक संगठनों एवं प्रबुद्ध नागरिकों को आगे आने की अपील की है.
उपायुक्त ने जिला साक्षरता समिति की बैठक में जिले की साक्षरता की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए उपायुक्त ने कहा कि साक्षरता दर में गढ़वा जिला का दर राज्य में काफी नीचे हैं. फिलहाल गढ़वा जिले की साक्षरता मात्र 60.33 प्रतिशत है. इसमें पुरुष साक्षरता 72.18 और महिला साक्षरता मात्र 47.58 प्रतिशत है.
उन्होंने कहा कि इसे बढ़ाने की जरूरत है. श्रीमती अरोड़ा ने कहा कि निरक्षरता के कलंक को मिटाने के लिए जिले के हर वर्ग के प्रबुद्ध लोगों की भूमिका निभाने जरूरत है.
उन्होंने इसमें जिले में सक्रिय लायंस क्लब, जायंट्स ग्रुप, रोटरी क्लब सहित इस तरह की सभी सामाजिक संगठनों को आगे आने की अपील की. उन्होंने कहा कि प्रत्येक बुद्धिजीवी अपने-अपने स्तर से दस-दस निरक्षरों को साक्षर करें. उन्होंने कहा कि आठ सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस तक जिले के 43 पंचायतों को पूर्ण साक्षर करने का जिला साक्षरता समिति की ओर से लक्ष्य निर्धारित किया गया है. लेकिन रिपोर्ट के हिसाब से यह लक्ष्य भी संतोषजनक नहीं है. उन्होंने समीक्षा बैठक में इस लक्ष्य को आगे बढ़ाने की जरूरत बनायी.
उपायुक्त ने कहा कि साक्षरता में भूमिका निभानेवाले प्रेरकों, सामाजिक संगठन एवं बुद्धिजीवियों के प्रयासों का एक जिलास्तरीय टीम द्वारा मूल्यांकन कराया जायेगा़ इसके आधार पर 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह में चयनित संस्थाओं, प्रेरकों व बुद्धिजीवियों को जिला प्रशासन सम्मानित करेगा.