खबर पढ़ कर बिडंडा टोला पहुंचे अंचलाधिकारी

भूमिहीनों से मिलकर समस्याओं की जानकारी ली मझिआंव : मझिआंव प्रखंड के रामपुर गांव के बिडंडा टोला के 135 भूमिहीनों को वर्ष 1988 में सरकार द्वारा जमींदार से सीलिंग में जब्त कर 135 एकड़ भूमि का पर्चा व रशीद का वितरण तो कर दिया गया, लेकिन 28 वर्ष गुजर जाने के बाद भी उनको उक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2017 8:20 AM
भूमिहीनों से मिलकर समस्याओं की जानकारी ली
मझिआंव : मझिआंव प्रखंड के रामपुर गांव के बिडंडा टोला के 135 भूमिहीनों को वर्ष 1988 में सरकार द्वारा जमींदार से सीलिंग में जब्त कर 135 एकड़ भूमि का पर्चा व रशीद का वितरण तो कर दिया गया, लेकिन 28 वर्ष गुजर जाने के बाद भी उनको उक्त भूमि की मापी कर नहीं दी गयी.
इसकी खबर गुरुवार को प्रभात खबर के मुख्य पृष्ठ पर छपने के बाद प्रशासन हरकत में आयी और शुक्रवार को अंचलाधिकारी कमल किशोर सिंह, अंचल निरीक्षक राजेंद्र कुमार झा तथा अंचल अमीन कामिल लकड़ा बिडंडा गांव के भुइयां टोला पहुंचे. अंचलाधिकारी वहां के लोगों से मिल कर समस्या से अवगत हुए. इस दौरान अपनी समस्या बताते हुए भूमिहीन लाभुक गोपाल भुइयां, छठन भुइयां, नारायण भुइयां, शिवपूजन भुइयां, मेसर महरा आदि ने बताया कि सरकार से उन लोगों को मात्र भूमि का पर्चा व उसका रशीद काटकर दे दिया गया है.
लेकिन आजतक उक्त भूमि की मापी कर कब्जा नहीं दिलाया गया. इसके कारण कौन किसकी भूमि पर खेती कर रहा है, किसी कोनहीं पता. इसमें कुछ लोगों द्वारा सरकार से मिली हुई भूमि को बेच भी दिया गया है. उन्होंने सीअो से भूमि मापी कराने की मांग की. मामला सामने आया कि 1988 में जमींदार श्यामलाल गुप्ता व उनकी पत्नी भगवान देवी से सरकार द्वारा जिस भूमि का सीलिंग किया गया, उक्त भूमि जमींदार द्वारा धोखे में रखकर कई किसानों को बेच दी गयी और बकायदा उनका भी रसीद कटता है. इसके कारण यह मामला काफी पेचीदा भी हो गया है.
अंचलाधिकारी श्री सिंह ने लोगों की स्थिति से अवगत होने के बाद कहा कि वे सभी अपने-अपने रसीद व पर्चा को साथ में अटैच कर अलग-अलग आवेदन अंचल कार्यालय में मंगलवार तक दे दें. इसके बाद कैंप कर रसीद एवं पर्चे के अनुसार भूमि मापी कर उन्हें दे दी जायेगी. साथ ही नक्शा भी काट दिया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version