अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करें : सत्येंद्रनाथ तिवारी

गढ़वा: झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा चयनित गढ़वा जिले के 137 वनरक्षियों के बीच बुधवार को नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया़ इस मौके पर उपस्थित स्थानीय विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी एवं भवनाथपुर विधायक भानुप्रताप शाही ने सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया़ जिनके बीच नियुक्ति पत्र बांटे गये, उनमें उतरी वन प्रमंडल के 43, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2017 1:02 PM
गढ़वा: झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा चयनित गढ़वा जिले के 137 वनरक्षियों के बीच बुधवार को नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया़ इस मौके पर उपस्थित स्थानीय विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी एवं भवनाथपुर विधायक भानुप्रताप शाही ने सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया़ जिनके बीच नियुक्ति पत्र बांटे गये, उनमें उतरी वन प्रमंडल के 43, दक्षिणी वन प्रमंडल के 40 तथा सामाजिक वानिकी के 54 वनरक्षी शामिल हैं. नियुक्ति पत्र वितरण के मौके पर विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि 34 सालों से वनरक्षियों की बहाली नहीं की गयी थी़ जंगल को लावारिस छोड़ दिया गया था़, लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार ने इसके महत्व को समझा और बहाली ली है़ .
पूरे राज्य में 80 हजार पदों पर बेरोजगार युवकों को बहाल किया गया है़ इतनी बहाली दूसरे किसी सरकार ने नहीं की थी़ उन्होंने कहा कि वन के बिना जन की परिकल्पना संभव नहीं है़ पर्यावरण असंतुलित होगी तो इसका खामियाजा मानव जाति को ही भुगतना पड़ेगा़ इसलिये वनरक्षियों को अपने दायित्वों का निर्वाह करते हुए जंगल को बचाने के लिये काम करना चाहिए. इस अवसर पर भानु प्रताप शाही ने मुख्यमंत्री रघुवर दास की प्रशंसा करते हुए कहा कि झारखंड की सरकार बेहतर काम कर रही है़.

वनरक्षी के साथ-साथ सभी रिक्त पदों के विरुद्ध धीरे-धीरे बहालियां ली जा रही हैं. उन्होंने कहा कि वनों के संरक्षण की पहली इकाई वनरक्षी ही होते हैं. इसलिए वनरक्षियों को जंगल बचाने के लिये ज्यादा भूमिका अदा करनी होगी़ उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के साथ-साथ जंगल बचाओ-पेड़ लगाओ का नारा भी लगाना होगा़

इसके पूर्व बोलते हुए वन संरक्षक आरके राय ने कहा कि वनरक्षियों को अपनी युवा शक्ति दिखाते हुए वन के पेड़ों के अलावा वहां की मिट्टी, पत्थर, बालू व वन्य जीव-जंतुओं का भी संरक्षण करना होगा़ इस अवसर पर दक्षिणी वन प्रमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार, उत्तरी वन प्रमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार दूबे, सामाजिक वानिकी डीएफओ श्याम बिहारी प्रसाद, लघु वन पदार्थ के प्रमंडलीय प्रबंधक सुमन कुमार आदि ने भी विचार रखे़.

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