सीएस कार्यालय के समक्ष सहियाओं का धरना दूसरे दिन भी जारी, सीएस व स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ हुई नारेबाजी
गढ़वा: सहिया संघ के बैनर तले गढ़वा प्रखंड की सहियाओं का 11 सूत्री मांगों को लेकर गढ़वा सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष मंगलवार से शुरू किया गया धरना दूसरे दिन भी जारी रहा़ आंदोलन के दूसरे दिन सहियाओं को प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रति काफी आक्रोशित देखा गया़ सहिया संघ की […]
गढ़वा: सहिया संघ के बैनर तले गढ़वा प्रखंड की सहियाओं का 11 सूत्री मांगों को लेकर गढ़वा सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष मंगलवार से शुरू किया गया धरना दूसरे दिन भी जारी रहा़ आंदोलन के दूसरे दिन सहियाओं को प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रति काफी आक्रोशित देखा गया़ सहिया संघ की जिलाध्यक्ष संयोगिता देवी के नेतृत्व में सहियाओं को धरनास्थल पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते देखा गया़ धरना के माध्यम से सहिया संघ द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन रांची के अभियान निदेशक एवं मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजकर अपनी मांगों पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग की गयी़.
इसमें अप्रैल 2017 से( कुछ सहिया का जुलाई से) सितंबर 2017 तक सहियाओं को देय भुगतान, पूर्ण टीकाकरण, गृह भ्रमण आदि कार्यक्रम का भुगतान प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पुष्पा सहगल द्वारा नहीं करने, डॉ पुष्पा सहगल एवं प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक रामाकांत राय द्वारा सभी सहियाओं को बैठक में अभद्र व्यवहार करने, असंसदीय भाषा का उपयोग करने, पुष्पा सहगल द्वारा बार-बार हटाने की धमकी देने आदि की मांग शामिल है. धरना दे रही सहियाओं ने कहा है कि जब तक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पुष्पा सहगल एवं प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक रामाकांत राय को हटाया नहीं जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा़ इस मौके पर संयोगिता देवी ने कहा कि वे 24 घंटे अपनी सेवा के लिये घर-परिवार छोड़कर तैयार रहती है. सहियाओं को हमेशा अपनी ड्यूटी के प्रति मुस्तैद रहना पड़ता है़.
इस परिश्रम के बदले सरकार द्वारा सहियाओं को कोई वेतन नहीं मिलता है, बल्कि वे प्रोत्साहन राशि पर काम करती हैं. धरनास्थल पर अजमेरून बीबी, अमृता देवी, मीना देवी, रेशम देवी, विनीता देवी, अनिता देवी, रिंकी देवी, रेखा देवी, मधु देवी,सीमा भारती, छाया देवी, विद्यवंती देवी, कमला पांडेय आदि उपस्थित थी.