बने हुए तालाब को फिर से बना रहे हैं

भवनाथपुर: भवनाथपुर प्रखंड में इन दिनों मनरेगा कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है. नियम के विपरीत मजदूरों को नकद भुगतान कर बिचौलिया पैसों की बंदरबांट कर रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण कैलान पंचायत के मंगरदह गांव में देखने को मिल रहा है. मनरेगा के तहत मंगरदह में 1.87 लाख की लागत से मनोज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2017 1:21 PM
भवनाथपुर: भवनाथपुर प्रखंड में इन दिनों मनरेगा कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है. नियम के विपरीत मजदूरों को नकद भुगतान कर बिचौलिया पैसों की बंदरबांट कर रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण कैलान पंचायत के मंगरदह गांव में देखने को मिल रहा है. मनरेगा के तहत मंगरदह में 1.87 लाख की लागत से मनोज भुइयां के खेत (खाता 65 पलाट 570) में दो एकड़ में भूमि समतलीकरण का काम स्वीकृत हुआ. लेकिन मनोज भुइयां को अपने भूमि पर समतलीकरण की कोई जानकारी नहीं है.

यह सारा काम बिचौलिया के माध्यम से किया जा रहा है. मनोज के पूर्व से बने खेत में ही बिचौलिया समतलीकरण के नाम पर फर्जी काम कर रहा है. इतना ही नहीं मजदूरों को नगद भुगतान कर कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इस विषय में भू स्वामी मनोज भुइया ने कहा कि खेत उसका है, लेकिन उसमें सुरेश साह काम करवा रहा है. वह मजदूरों को नकद भुगतान करता है.


इस संबंध में वहां करनेवाले मजदूर प्रभु भुइयां, अमेरिका भुइयां, कुशमरी देवी, असतुरा कुंवर, विनोद भुइयां, अरविंद भुइयां आदि ने बताया कि वह भूमि पहले से क्यारी थी. उनलोगों को काम के बदले नकद भुगतान किया गया है. इसमें किसी को 500 रुपये तो किसी को 700 रुपये सुरेश साह ने दिया गया है.
इसकी जांच की जायेगी : बीडीओ
इस सबंध में बीडीओ विशाल कुमार ने कहा कि इसके विषय में उन्हें जानकारी नहीं है. वे इसकी जांच करेंगे. इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

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