सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रिहंद से बिजली की आपूर्ति ठप होन के कारण गढ़वा में ब्लैक आउट की स्थिति उत्पन्न हुयी है. उल्लेखनीय है कि बिजली झारखंड राज्य अलग बनने के बाद जो उम्मीदें लोगों में जगी थी वह अब भी अधूरी है. राज्य बनने के 17 साल बाद भी गढवा जिला की बिजली व्यवस्था दूसरे राज्यों बिहार और उत्तर प्रदेश पर निर्भर है़ एकीकृत बिहार में गढ़वा से सटे रेहला में एक पॉवर ग्रीड का निर्माण किया गया था,उसी से जिले में बिजली की आपूर्ति की जा रही है़ बीते इन वर्षों में सरकार के कई नुमाइंदे यहां आये और कोरे आश्वासन देकर चलते बने, चाहे वे मंत्री रहे हो या मुख्यमंत्री सभी ने झूठे सब्जबाग दिखाये. गढवा को हटिया से जोड़ने की कवायद लगभग 4-5 साल से हो रही है.लेकिन अब तक नही जोड़ा जा सका है.
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17 साल बाद भी दूसरे राज्यों की बिजली पर निर्भर है गढ़वा, 24 घंटे से ब्लैक आउट, परेशानी
गढ़वा: पिछले 24 घंटे से गढ़वा में ब्लैक आउट से लोग परेशान है़ ब्लैक आउट के कारण जिला मुख्यालय में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है़ बिजली कब तक आयेगी, इसे विभाग के लोग बताने में असमर्थ हैं. सभी पदाधिकारियों का मोबाइल सुबह से ही कवरेज एरिया से बाहर होने के कारण काफी प्रयास […]
गढ़वा: पिछले 24 घंटे से गढ़वा में ब्लैक आउट से लोग परेशान है़ ब्लैक आउट के कारण जिला मुख्यालय में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है़ बिजली कब तक आयेगी, इसे विभाग के लोग बताने में असमर्थ हैं. सभी पदाधिकारियों का मोबाइल सुबह से ही कवरेज एरिया से बाहर होने के कारण काफी प्रयास के बावजूद यह मालूम नहीं चल सका है कि बिजली की नियमित आपूर्ति कब से बहाल होगी़.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रिहंद से बिजली की आपूर्ति ठप होन के कारण गढ़वा में ब्लैक आउट की स्थिति उत्पन्न हुयी है. उल्लेखनीय है कि बिजली झारखंड राज्य अलग बनने के बाद जो उम्मीदें लोगों में जगी थी वह अब भी अधूरी है. राज्य बनने के 17 साल बाद भी गढवा जिला की बिजली व्यवस्था दूसरे राज्यों बिहार और उत्तर प्रदेश पर निर्भर है़ एकीकृत बिहार में गढ़वा से सटे रेहला में एक पॉवर ग्रीड का निर्माण किया गया था,उसी से जिले में बिजली की आपूर्ति की जा रही है़ बीते इन वर्षों में सरकार के कई नुमाइंदे यहां आये और कोरे आश्वासन देकर चलते बने, चाहे वे मंत्री रहे हो या मुख्यमंत्री सभी ने झूठे सब्जबाग दिखाये. गढवा को हटिया से जोड़ने की कवायद लगभग 4-5 साल से हो रही है.लेकिन अब तक नही जोड़ा जा सका है.
यूपी और बिहार पर आश्रित है गढ़वा
बिजली के मामले में झारखंड बनने के 17 साल बाद भी गढ़वा जिला बिहार एवं यूपी के रहमो-करम पर रोशन होता है़ सोन नगर से 40 एवं रिहंद यूपी से 40 मेगावाट कुल 80 मेगावाट का करार झारखंड सरकार की बतायी जाती है, लेकिन दोनों जगह से 25-25 मेगावाट की बिजली मिलती है़ सोननगर से मिलनेवाली बिजली रेहला रेलवे को दी जाती है़ जबकि रिहंद यूपी से मिलनेवाली बिजली से गढ़वा तथा पलामू जिले के रेहला एवं छतरपुर सब स्टेशन को आपूर्ति की जाती है़ दोनों में से एक जगह से ब्रेक डाउन होने के बाद गढ़वा में आपूर्ति पूरी तरह ठप हो जाती है़ बुधवार से गढ़वा में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है़ इससे पेयजल की संकट उत्पन्न हो गयी है़
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