नेशनल मेडिकल बिल चिकित्सकों व मरीजों के हित में नहीं : आइएमए

गढ़वा : सरकार की ओर से पेश किये जाने वाले नेशनल मेडिकल कमीशन बिल का जिले के चिकित्सकों ने कड़ा विरोध किया है़ मंगलवार को सदर अस्पताल परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में चिकित्सकों ने कहा कि यह बिल चिकित्सकों की स्वतंत्रता का हनन करनेवाला है़ इसी के विरोधस्वरूप वे मंगलवार को काला दिवस के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2018 9:19 AM
गढ़वा : सरकार की ओर से पेश किये जाने वाले नेशनल मेडिकल कमीशन बिल का जिले के चिकित्सकों ने कड़ा विरोध किया है़ मंगलवार को सदर अस्पताल परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में चिकित्सकों ने कहा कि यह बिल चिकित्सकों की स्वतंत्रता का हनन करनेवाला है़
इसी के विरोधस्वरूप वे मंगलवार को काला दिवस के रूप में मना रहे है़ं चिकित्सकों ने कहा कि इस बिल में सरकार की ओर से ऐसा प्रावधान किया जा रहा है कि ब्रिज कोर्स करनेवाले चिकित्सक भी एमबीबीएस चिकित्सकों के समकक्ष हो जायेंगे़ इससे नीम-हकीम भी चिकित्सक बनकर इलाज करने लगेंगे़ इस बिल में निजी चिकित्सक कॉलेजों को मनमानी फी वसूलने की भी छूट मिल जायेगी़ चिकित्सकों ने आरोप लगाया कि इस बिल के आने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा़ यह बिल कहीं से भी चिकित्सक एवं मरीज हित में नहीं है़
इससे मेडिकल सेवा की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी़ इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष डॉ यासिन अंसारी, डॉ जेपी ¨सिंह, आईएमए के अध्यक्ष डॉ आरएनएस दिवाकर, डॉ कन्हैया प्रसाद, डॉ एनके रजक, सचिव डॉ कुमार निशांत सिंह, डॉ अशोक कुमार, डॉ यूएन वर्णवाल, डॉ राम विनोद कुमार, डॉ सुशील कुमार रमण, डॉ अमित कुमार, डॉ पंकज प्रभात, डॉ नीतू ¨सिंह, डॉ सुचित कुमारी,डॉ टी पीयूष, डॉ शमशेर, डॉ जितेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे़

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