उजड़ गया जंगली जानवरों का आशियाना
केतार के भगवान घाटी जंगल में आग लगी, पेड़-पौधे जलने से पर्यावरण पर भी संकट केतार : थाना क्षेत्र के भगवान घाटी के जंगल में बुधवार की देर शाम भीषण आग लग जाने के कारण जंगल में लगे सैकड़ों पेड़ पौधे जल कर नष्ट हो गये. भगवान घाटी के पहाड़ी पर लगी आग इतनी भीषण […]
केतार के भगवान घाटी जंगल में आग लगी, पेड़-पौधे जलने से पर्यावरण पर भी संकट
केतार : थाना क्षेत्र के भगवान घाटी के जंगल में बुधवार की देर शाम भीषण आग लग जाने के कारण जंगल में लगे सैकड़ों पेड़ पौधे जल कर नष्ट हो गये.
भगवान घाटी के पहाड़ी पर लगी आग इतनी भीषण थी कि देखते ही देखते भगवान घाटी से सटे दोनों ओर सैकड़ों मीटर लंबी आग के लपेटों की आकृति बन गयी. इससे सूखे पेड़ों के अलावा तेंदू, खैर, नीम, सीधा, बैर, पियार आदि के दर्जनों पेड़ जल गये. इसके कारण भगवान घाटी में वर्षों से रह रहे जंगली जानवरों का डेरा भी उजड़ गया.
जंगल मे रहने वाले खरगोश, लोमड़ी, नीलगाय, बंदर आदि जानवरों को सिर छिपाने के लिए भगवान घाटी महफूज नहीं रहा.आग की लपटों की भयानक तस्वीरे मध्य रात्रि के समय केतार, मुकुन्दपुर, परसोडीह, बलिगढ़ आदि जगहों से स्पष्ट देखा जा सकता था.
इसके बावजूद आग को बुझाने और जंगल को बचाने की कोशिश किसी ने नहीं किया, जिसके कारण लगातार जंगल के पेड़ पौधे जलते रहे तथा सैकड़ों लोग मूकदर्शक बन कर जलते जंगल को देखते रहें. हालांकि आग लगने के कारणो का फिलहाल पता नहीं चल पाया है. इधर गुरुवार की शाम खबर लिखे जाने तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था. लागातार 24 घंटे की अगलगी के कारण जंगल तेजी से बर्बाद हो रहा है.