कुल मतदान व गिने गये मतों में कोई अंतर नहीं

एसडीओ ने मतों के अंतर पर हुए विरोधाभास पर दी सफाई गढ़वा : शुक्रवार को संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव में मतों के अंतर को लेकर उत्पन्न विरोधाभास पर गढ़वा एसडीओ प्रदीप कुमार ने सोमवार को अपनी सफाई दी़ एसडीओ प्रदीप कुमार ने पत्रकारों को बताया कि गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र में कुल पड़े मत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2018 4:40 AM

एसडीओ ने मतों के अंतर पर हुए विरोधाभास पर दी सफाई

गढ़वा : शुक्रवार को संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव में मतों के अंतर को लेकर उत्पन्न विरोधाभास पर गढ़वा एसडीओ प्रदीप कुमार ने सोमवार को अपनी सफाई दी़ एसडीओ प्रदीप कुमार ने पत्रकारों को बताया कि गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र में कुल पड़े मत व इवीएम में गिने गये मतों के बीच जो 110 मतों का अंतर देखने को मिल रहा है, वह बीएलओ द्वारा दी गयी टेलीफोनिक सूचना के कारण है़
उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को मतदान प्रक्रिया के दौरान संध्या पांच बजे तक पड़े मतों की संख्या राज्य निर्वाचन आयोग को भेजने के लिए सभी बीएलओ से ली दूरभाष पर ली गयी थी़ बीएलओ ने तब तक पड़े मतों की संख्या बतायी थी़ जिनका कुल जोड़ 19773 आ रही थी़ जबकि बाद में पीठासीन पदाधिकारियों ने प्रपत्र 17 क में जो सही मतों की संख्या भरकर जमा की थी वह अध्यक्ष पद के लिए 19883 तथा उपाध्यक्ष पद के लिए 19884 है़
उन्होंने कहा कि यही संख्या आधिकारित तौर पर मान्य है़ एसडीओ श्रीकुमार ने बताया कि गढ़वा शहर के छह बूथ ऐसे हैं, जहां संध्या पांच बजे के बाद भी कतार में खड़े लोगों ने अपना-अपना मत डाला था़ इस वजह से संध्या पांच बजे प्राप्त मतों की संख्या और पीठासीन पदाधिकारियों द्वारा भरकर जमा किये गये मतों की संख्या में कुछ अंतर आ रहा है़ उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल मतदान की रात्री नौ बजे तक उनके पास सही आंकड़ा आ गया था़ लेकिन उसके पहले ही टेलीफोनिक प्राप्त मतों की संख्या अखबारों आदि में जारी हो गयी थी़ इस वजह से लोगों में भ्रम की स्थिति बन गयी थी़ उन्होंने कहा कि प्रपत्र क में भरकर जमा किये गये मत एवं ईवीएम में पड़े मत एकदम सही है़ इसलिए लोगों को किसी तरह के शक-संदेह की गुंजाईस रखने की जरूरत नहीं है़ पत्रकार वार्ता में उपनिर्वाचन पदाधिकारी दिनेश सुरीन, सियाजानकी सिंह आदि उपस्थित थे़ उल्लेखनीय है कि गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र में अध्यक्ष पद के लिए कांटे की टक्कर रही है और जीत-हार का अंतर मात्र 54 रहा है़

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