पुलिसिया जुल्म को सरकार का मौन संरक्षण

गढ़वा : विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को लेकर सोमवार को माले ने समाहरणालय परिसर में धरना व प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के पश्चात उपयुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम सात सूत्री मांगपत्र भेजा गया़ इसके पूर्व स्थानीय बालिका उवि के मैदान में जुटे माले नेता व कार्यकर्ता जुलूस के शक्ल में मुख्य मार्ग होते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2018 7:58 AM
गढ़वा : विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को लेकर सोमवार को माले ने समाहरणालय परिसर में धरना व प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन के पश्चात उपयुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम सात सूत्री मांगपत्र भेजा गया़ इसके पूर्व स्थानीय बालिका उवि के मैदान में जुटे माले नेता व कार्यकर्ता जुलूस के शक्ल में मुख्य मार्ग होते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंचे़, जहां जुलूस धरना – प्रदर्शन में तब्दील हो गया़
धरना को संबोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि सूबे में पुलिसिया जुल्म लगातार बढ़ते जा रहा है और भाजपा सरकार इन्हें संरक्षण दे रही है़ हाल के दिनों में पुलिस जुल्म की घटनाओं से आम जन व न्यायप्रिय लोगों की परेशानी बढ़ी है़ नेताओं ने कहा कि इसी कड़ी में मेराल थाना क्षेत्र के जोगनी में ग्रामीणों को पीटने तथा आधिवक्ता आशीष दुबे की पिटाई का मामला पुलिस दमन का ताजा उदाहरण है़
नेताओं ने कहा कि चार मई को मेराल के जोगनी में अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के सुरक्षा में तैनात जवानों ने ग्रामीणों को पीटकर घायल कर दिया और अपनी नाकामी छुपाने के लिए फर्जी मुकदमे लादकर आठ ग्रामीणों को जेल भी भेज दिया़ नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों ठेकेदारों व अवैध कारोबारियों के पक्ष में पुलिस से लठैती करवा रही है़ इससे पूर्व पुलिस द्वारा अधिवक्ता अशीष दुबे की निर्ममता से पिटाई कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया़ इससे न्यायिक प्रक्रिया भी बाधित हुई. लेकिन सरकार के सेहत पर कोई असर नहीं हुआ़ माले नेताओं ने जोर देते हुए कहा कि लूट दमन अत्याचार और पुलिसिया जुल्म के खिलाफ एक पखवारा तक गांव चलो अभियान चलाया जायेगा तथा सरकार व पुलिस प्रशासन की कुकृतियों को आम जनता के बीच ले जायेगी़ सौंपे गये मांगपत्र में जोगनी कैंप पर पदस्थापित पुलिसकर्मियों को हटाने, घायल ग्रामीणों को उचित मुआवजा देने, उक्त घटना में शामिल दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने, ग्रामीणों पर किये गये फर्जी मुकदमा वापस लेने, अधिवक्ता आशीष दुबे व जोगनी की घटना का न्यायिक जांच कराने आदि की मांग शामिल है़ धरना को संबोधित करनेवालों में जिला सचिव कालीचरण मेहता, सुषमा मेहता, कामेश्वर विश्वकर्मा, विरेंद्र चौधरी, सूर्यदेव चौधरी, किशोर कुमार, अनिता तिवारी, शीला देवी, रूबी देवी,जसवंती देवी, प्रमोद मेहता, राहुल मेहता, बिरेंद्र मेहता, सुजनता देवी, विजय मेहता, सोबरन मेहता, जनेश्वर राम, सत्येंद्र मेहता, रामजी मेहता का नाम शामिल है़ धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन जिला कमेटी के सदस्य लालमुनि गुप्ता ने किया़ मौके पर काफी संख्या में माले के कार्यकर्ता महिला -पुरुष उपस्थित थे़
सीजेएम कोर्ट में आज दर्ज होगा मामला
अधिवक्ता आशीष दुबे के साथ पुलिस द्वारा की गयी मारपीट की घटना को लेकर गढ़वा बार एसोसिएशन की ओर से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी गढ़वा की अदालत में मंगलवार को मामला दर्ज कराया जायेगा. विदित हो कि आशीष दुबे के साथ मारपीट की घटना के संबंध में सोमवार को ही यहां मामला दर्ज किया जाना था. जिला अधिवक्ता संघ की ओर से इसकी तैयारी भी कर ली गयी थी. लेकिन झारखंड उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ताओं के परामर्श पर इसे स्थगित करते हुए मंगलवार की तिथि निश्चित की गयी. बताया गया कि गढ़वा जिला अधिवक्ता संघ को सलाह दी गयी कि यह आंदोलन चूंकि संघ की ओर लड़ा जा रहा है. इसलिए न्यायालय में मामला भी संघ की ओर से ही दर्ज करायी जानी चाहिए. इस परामर्श के आलोक में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अथवा सचिव इसके सूचक के रूप में मामला दर्ज करा सकते हैं. इसके पूर्व जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अलख निरंजन चौबे की अध्यक्षता में स्थानीय संघ भवन में बैठक की गयी, जिसमें इस आशय का निर्णय लिया गया.
जस्टिस फॉर आशीष मंच का उपवास आज
गढ़वा. गढ़वा व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता आशीष दुबे को न्याय दिलाने की मांग को लेकर जस्टिस फॉर आशीष मंच ने मंगलवार को समाहरणालय परिसर में एकदिवसीय उपवास कार्यक्रम का आयोजन किया है. सोमवार को मंच की ओर से पत्रकार वार्ता कर इसकी जानकारी दी. पत्रकार वार्ता में मंच के सदस्यों ने कहा कि अधिवक्ता आशीष दुबे की पुलिस प्रशासन की ओर से अमानवीय तरीके से की गयी पिटाई के सात दिन बीत जाने के बाद भी दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने के विरोध में यह उपवास कार्यक्रम रखा गया है. इसके माध्यम से जस्टिस फॉर आशीष मंच इस मामले को लेकर पूरे झारखंड में अधिवक्ताओं के चल रहे आंदोलन का समर्थन करेगा. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता आशीष दुबे के साथ जिस तरह से गढ़वा एसपी के इशारे पर उनके अंगरक्षकों ने बेरहमी से मारपीट की है, उनका मंच उसके लिए उनको सजा दिला कर ही रहेगा. पत्रकार वार्ता में सामाजिक कार्यकर्ता सोनू सिंह, योगी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विपुल धरदुबे, राजन भारद्वाज, अजीत कुमार, आनंद कुमार, विकास कुमार आदि उपस्थित थे.

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