सुहागिनों ने की पति के दीर्घायु होने की कामना

महिलाओं ने वटवृक्ष के नीचे कच्चे धागे के साथ फेरा लगाया और पूजा की़ गढ़वा : गढ़वा जिले में मंगलवार को महिलाओं ने वट सावित्री पर्व के अवसर पर वट वृक्ष की पूजा की़ वट सावित्री पर्व को लेकर सुबह से ही महिलाएं पूजा करने के लिए वट वृक्ष के पास पहुंची हुई थी़ जगह-जगह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2018 4:47 AM

महिलाओं ने वटवृक्ष के नीचे कच्चे धागे के साथ फेरा लगाया और पूजा की़

गढ़वा : गढ़वा जिले में मंगलवार को महिलाओं ने वट सावित्री पर्व के अवसर पर वट वृक्ष की पूजा की़ वट सावित्री पर्व को लेकर सुबह से ही महिलाएं पूजा करने के लिए वट वृक्ष के पास पहुंची हुई थी़ जगह-जगह पूजा करनेवाली महिलाओं की भीड़ देखी गयी़ महिलाओं ने वटवृक्ष के नीचे कच्चे धागे के साथ फेरा लगाया और पूजा की़ पूजा के दौरान उन्होंने अपने पति के दीर्घायु होने की वरदान मांगा़ कई स्थानों पर महिलाओं ने इस अवसर पर वट-सावित्री की कथा का श्रवण किया़ इसमें बताया गया कि आज के दिन वट-सावित्री की पूजा करने से महिलाओं का दांपत्य जीवन सुखी रहता है व पति की आयु वटवृक्ष की तरह लंबी रहती है़
रमना में महिलाओं में दिखी श्रद्धा : इधर रमना प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड मुख्यालय के बाजार स्थित दुर्गा मंदिर के समीप वट सावित्री पर्व के अवसर पर सैकड़ों सुहागिन महिलाओं ने वटवृक्ष की पूजा अर्चना की़ मंगलवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में महिलाएं वट वृक्ष के नीचे कच्चे धागे से फेरे के साथ पूजा अर्चना की़ मान्यता है कि आज के दिन सुहागिन स्त्रियां अपने पति के दीर्घायु कामना के लिए निर्जला रहकर यह व्रत रखती है़
मझिआंव में भी वटवृक्ष की पूजा : मझिआंव प्रतिनिधि के अनुसार मझिआंव व बरडीहा प्रखंड में सुहागिन महिलाओं ने व्रत रखकर अपने सुहाग के लंबी उम्र के लिए वटवृक्ष की वैदिक रीति व विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना की. मझिआंव के चंद्री गांव स्थित शिव मंदिर के प्रांगण में वट बृक्ष के नीचे आसपास के सैकड़ों सुहागिन महिलाओं का मंगलवार को प्रात:काल से ही पूजा अर्चना के लिए भीड़ लगनी शुरू हो गयी. कड़ी धूप होने के बावजूद 12 बजे तक महिलायें पूजा के लिए वटवृक्ष के निकट डटी रही़ इस वजह से वटवृक्ष के नीचे मेले जैसा दृश्य बना था़ पंडित नागेंद्र पाठक ने कहा कि सतयुग से यह परंपरा चली आ रही है, जो पति व पत्नी के सात्विक प्रेम को बढ़ाता है.

Next Article

Exit mobile version