profilePicture

गुरूर में अवैध शराब भट्ठी ध्वस्त किया

पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों में हड़कंप हैप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2018 5:26 AM

पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों में हड़कंप है

हरिहरपुर : स्थानीय पुलिस ने अवैध महुआ
शराब भट्ठी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार की सुबह गुरूर
गांव में पंडा नदी के किनारे चल रही अवैध महुआ शराब भट्ठी को ध्वस्त कर दिया.
साथ ही शराब बनाने में उपयोग किये जाने वाले सामान को तोड़ दिया तथा शराब बनाने के लिए तैयार करीब चार क्विंटल महुआ का जावा मिट्टी तेल डालकर बर्बाद कर दिया. पुलिस ने शराब बनाने के लिए रखे गये बर्तन भी तोड़ डाले. भट्ठी से करीब सौ मीटर की दूरी पर नदी किनारे झाड़ी में छुपाकर रखे गये करीब दो सौ लीटर फुली शराब बहा दिया़ इसके पूर्व भट्ठी की तरफ पुलिस को आता देख संचालक सहित अन्य लोग वहां से भाग खड़े हुए. जानकारी के अनुसार, हरिहरपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गुरूर गांव में भारी मात्रा में महुआ शराब बनायी जा रही है. अवैध भट्ठी से कई गांव सहित पड़ोसी राज्य बिहार में भारी मात्रा में शराब भेजी जाती है़
इस दौरान हरिहरपुर ओपी प्रभारी दिनेश्वर प्रसाद चौरसिया व जमादार राजदेव सिंह ने ग्रामीणों को नशा मुक्ति अभियान की जानकारी देते हुए लोगों से नशा का सेवन नहीं करने एवं शराब के कारोबार से दूर रहने की अपील की. साथ ही यह भी कहा कि यदि किसी घर में महुआ शराब बनाते व बिक्री करते पकड़े जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों में हड़कंप है. इसके अलावा कांडी और हरिहरपुर क्षेत्र की सीमा में पड़ने वाली पहाड़ी के नीचे करियई नदी के किनारे बहुत बड़ी शराब भट्ठी संचालित हो रही है. दुर्गम इलाका होने के कारण उक्त शराब भट्ठी प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है.
बाढ़ से होनेवाले जानमाल के नुकसान से बचने का देंगे प्रशिक्षण
केतार : झारखंड सरकार के निर्देश पर बुधवार को एनडीआरएफ की टीम ने बीडीओ सिद्धार्थ शंकर यादव की अगुआई में केतार प्रखंड के सोनतटीय क्षेत्र का दौरा किया. इस क्रम में एनडीआरएफ की टीम ने सोनतटीय क्षेत्र पाचाडुमर , सोनवर्षा, बीजडीह और खैरवा गांव का दौरा कर बरसात के दिनों में बाढ़ से होने वाली तबाही से बचाव के लिए मुआयाना किया. इसके पूर्व एनडीआरएफ की टीम ने केतार
के बीडीओ सिद्धार्थ शंकर की
अध्यक्षता में पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक की.
बैठक में एनडीआरएफ टीम के सीनियर इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि केतार प्रखंड में पंडा नदी एवं सोन नदी में बरसात के दिनों में आये दिन बाढ़ आती रहती है. इसमें भारी संख्या में जानमाल का नुकसान होता है. ऐसे ही भयानक आपदा से निबटने के लिए हमारी टीम को नदी के तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जागरूक करने एवं उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए सरकार भेजी है. इससे नदियों में अचानक बाढ़ आ जाने की स्थिति में भी एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने के पूर्व ही स्थानीय लोग जानमाल की रक्षा कर सकें.
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र से स्पेशल तैराक, नाव चलाने, बोट चलाने की ट्रेनिंग देकर स्पेशल टीम तैयार की जायेगी. इस मौके पर एनडीआरएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्द सरताज आलम, हेड कांस्टेबल दिलीप कुमार,कांस्टेबल राजू सिंह, बिजय कुमार,नंदन कुमार, विधायक प्रतिनिधि बिक्रमा सिंह, मुखिया अनिल पासवान, सुरेंद्र यादव उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version