भीषण गर्मी के बीच बिजली विभाग ने हाथ खड़े किये

रिहंद नगर से गढ़वा को जितनी जरूरत है, उसकी आधी भी नहीं मिल रही है गढ़वा : गढ़वा जिला इस समय झारखंड का सबसे अधिक गर्म शहर बन गया है.यहां का तापमान पिछले तीन दिनों से 46 और 47 डिग्री के बीच रहा. गुरूवार को अपराह्न बेला में धूल भरी आंधी ने थोड़ा सा तापमान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2018 5:25 AM

रिहंद नगर से गढ़वा को जितनी जरूरत है, उसकी आधी भी नहीं मिल रही है

गढ़वा : गढ़वा जिला इस समय झारखंड का सबसे अधिक गर्म शहर बन गया है.यहां का तापमान पिछले तीन दिनों से 46 और 47 डिग्री के बीच रहा. गुरूवार को अपराह्न बेला में धूल भरी आंधी ने थोड़ा सा तापमान गिराकर 45 डिग्री पर लाने का काम किया. आंधी के समय थोड़ी देर के लिये लोगों ने उमस एवं गर्मी से राहत महसूस की, लेकिन आंधी के बाद पुन: उसी तरह से उमस हो गया. इस बीच जिले में बिजली की आपूर्ति लगातार दयनीय रही. गढ़वा शहर में बमुश्किल आठ से 10 घंटे तक बिजली मिल रही है.
उसमें भी वोल्टेज कम होने की शिकायत है. लो वोल्टेज के कारण पंखा, कूलर नहीं चल रहे हैं. मोटर नहीं चलने से घर में बोर होने के बावजूद लोग पानी की समस्या झेल रहे हैं. पंखा नहीं चलने से रात जगकर गुजार रहे हैं. कम से कम दो दिनों से तो यही स्थित बनी हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में तो बिजली आपूर्ति की और स्थिति खराब है. अलग-अलग फीडर में बंटे इस जिले के रंका, मझिआंव, नगरउंटारी क्षेत्र में चार से छह घंटे ही बिजली मिल रही है. इसके कारण शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोग विभाग के प्रति आक्रोशित हैं.
मुख्यमंत्री तक पहुंचा त्राहिमाम संदेश
पिछले 22 मई को भवनाथपुर क्षेत्र की जनता के आक्रोश को देखते हुये भानु प्रताप शाही ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिलकर अपने क्षेत्र के लोगों को त्राहिमाम संदेश दिया था. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को गढ़वा जिले में बिजली की लचर स्थिति से अवगत कराया था. इसके बाद उन्होंने नगरउंटारी में विद्युत अधिकारियों से मिलकर कम से कम दस घंटा बिजली देने के लिये अल्टीमेटम दिया. 23 मई को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मिलकर गढ़वा डीसी से मिलकर विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार की मांग करते हुये दस दिनों का समय दिया था. इसमें चेतावनी दी गयी है कि यदि 10 दिनों में स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो वे आमरण अनशन के लिये बिवश होंगे. इधर 24 मई को भाजपा नेताओं ने विद्युत अधीक्षण अभियंता से मिलकर जिलावासियों की भावनाओं से अवगत कराया और बिजली की स्थिति में सुधार करने की मांग की है.
तापमान बढ़ने से हो रही है परेशानी
गढ़वा जिला कर्क रेखा में पड़ने के कारण उष्ण कटिबंध में पड़ता है. यहां की जलवायु उत्तम श्रेणी की समशीतोष्ण रही है. पहले यहां का यहां का अधिकतम तापमान मई-जून के महीने में 44 डिग्री तक जाता था. लेकिन इस साल यह बढ़कर 47 डिग्री तक पहुंच गया है. करीब एक सप्ताह से तापमान 45 से उपर बना हुआ है. इससे लोगों की बेचैनी बढ़ गयी है. विशेषज्ञों का मानना है कि घटते जंगलों के कारण गढ़वा के अधिकतम तापमान में डेढ़ से दो डिग्री तक अप्रत्याशित वृद्धि हो गयी है.

Next Article

Exit mobile version