भंडरिया बीडीअो पर अर्थदंड लगाने की अनुशंसा
रमकंडा : गढ़वा जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित बड़गड़ व भंडरिया प्रखंड में करीब चार वर्ष पूर्व मनरेगा द्वारा संचालित कूप निर्माण योजनाओं में भारी अनियमितता का खुलासा लोकपाल डॉ मुरारी झा की जांच में हुआ है. उक्त दोनों प्रखंडों के कूप निर्माण योजनाओं की स्थलीय व अभिलेखीय जांच के बाद श्री झा ने संबंधित […]
रमकंडा : गढ़वा जिले के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित बड़गड़ व भंडरिया प्रखंड में करीब चार वर्ष पूर्व मनरेगा द्वारा संचालित कूप निर्माण योजनाओं में भारी अनियमितता का खुलासा लोकपाल डॉ मुरारी झा की जांच में हुआ है. उक्त दोनों प्रखंडों के कूप निर्माण योजनाओं की स्थलीय व अभिलेखीय जांच के बाद श्री झा ने संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई किये जाने की अनुशंसा की है.
श्री झा ने मनरेगा शिकायतों के निबटान को लेकर तत्कालीन बड़गड़ बीडीओ को कड़ी चेतावनी देने, भंडरिया बीडीओ पर अर्थदंड लगाने व सबंधित योजनाओं के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, पंचायत सेवक, मुखिया, कनीय अभियंता, सहायक कनीय अभियंता व रोजगार सेवक से 12 प्रतिशत राशि वसूली की अनुशंसा उपविकास आयुक्त से की है.
बताया गया कि उक्त दोनों प्रखंडों के दर्जन भर कूप निर्माण योजनाओं में गड़बड़ी की शिकायत के बाद लोकपाल द्वारा योजनाओं की स्थलीय व अभिलेखीय जांच की गयी थी. इसमें पाया गया कि भंडरिया प्रखंड के फक़ीराडीह पंचायत अंतर्गत कपिलदेव पासवान के खेत में कूप निर्माण योजना की स्वीकृति पिछले पांच अप्रैल 2017 को मिली थी. लेकिन दिलचस्प बात यह है कि योजना स्वीकृति के तीन वर्ष पूर्व ही इस योजना में कार्य शुरू कर दिया गया था.
उक्त योजना में जेसीबी से कार्य कराये जाने की पुष्टि की गयी है. इसी तरह बड़गड़ प्रखंड के परसवार पंचायत के अंतर्गत रामचंद्र सिंह के कूप निर्माण योजना की स्वीकृति पिछले छह अक्तूबर 2015 को मिली थी. लेकिन योजना स्वीकृति के छह माह पूर्व ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया. वहीं फर्जी एमआर के जरिये राशि की निकासी कर ली गयी. इसके साथ ही उक्त योजना में सामग्री का उपयोग किये बिना ही सामग्री मद में करीब एक लाख का भुगतान किया गया है.
इसी तरह बड़गड़ पंचायत के अकलू बाखला के खेत में कूप निर्माण में योजना स्वीकृति के चार माह पूर्व ही कार्य प्रारंभ कर दिया गया था. वहीं परसवार पंचायत के महावीर किंडो के कूप निर्माण योजना के स्वीकृति के छह माह पूर्व ही कार्य शुरू किया गया. इसके साथ ही बिगन बैठा के कूप निर्माण योजना के मूल अभिलेख में बिना किसी अधिकारी के हस्ताक्षर व मुहर के मापी पुस्तिका का संधारण किया गया है.
इसके साथ ही उप विकास आयुक्त को भेजे गये जांच रिपोर्ट में बिगन चौधरी के खेत में कूप निर्माण, कपिलदेव पासवान के कूप निर्माण में मजदूरी भुगतान संदेहास्पद पाये जाने की बात कही गयी है. इसके साथ ही अयोध्या पासवान के खेत में कूप निर्माण, महेंद्र चौधरी के खेत में कूप निर्माण, नजर उरांव के खेत में कूप निर्माण में अनियमितता बरते जाने का खुलासा हुआ है.